पिछले हफ्ते Twitter के फाउंडर और सीईओ जैक डोर्सी के ट्विटर अकाउंट से एक के बाद एक अजीबोगरीब ट्वीट आने शुरू हो गए. कई ट्वीट अश्लील थे, तो कई रंगभेद से जुड़े ट्वीट थे. दर्जोनों ट्वीट के बाद Twitter की तरफ से स्टेटमेंट जारी किया गया.
Twitter ने स्टेटमेंट में कहा कि Jack Dorsey के ट्विटर अकाउंट के साथ छेड़ छाड़ की गई है और इसे ठीक किया जा रहा है. कुछ समय में सारे ट्वीट डिलीट कर लिए गए. बाद में जैक डोर्सी ने बताया कि उनका ट्विटर Sim Swap की वजह से प्रभावित हुआ.
जैक डोर्सी के ट्विटर अकाउंट में कोई बदलाव नहीं किया गया था और न ही नाम कोई बदलाव थे. आम तौर पर हैकर किसी का अकाउंट पूरी तरह हैक करने का बाद उसमें बदलाव करते हैं, लेकिन ट्विटर फाउंडर के साथ ऐसा नहीं हुआ.
ऐसा इसलिए, क्योंकि सिम स्वैप की वजह से ऐसा हुआ. किसी ने उनके फोन नंबर को स्वैप करके उससे ट्वीट कर दिए. ट्विटर में एक फीचर है जिसके तहत एसएमएस के जरिए भी ट्वीट कर सकते हैं. इसके लिए फोन नंबर ट्विटर अकाउंट से लिंक करना होता है. ट्विटर के फाउंडर जैक डोर्सी के केस में भी ऐसा ही था.
फिलहाल कुछ समय के लिए ट्विटर ने एसएमएस के जरिए ट्वीट करने का फीचर होल्ड कर दिया है और इसे ठीक करने का काम किया जा रहा है.
अब बड़ा सवाल ये है कि सिम स्वैप फ्रॉड होता कैसे है. ये आपके साथ भी हो सकता है. भारत में ऐसे कई मामले आए हैं जिनमें सिम स्वैप करके बैंकिंग फ्रॉड हुए हैं. कैसे किए जाते हैं सिम स्वैप फॉड और आप इससे कैसे बच सकते हैं.
क्या है Sim Swapping Fraud?
सिम स्वैपिंग के तहत हैकर सिम को आपके नाम पर ऐक्टिवेट करा लेते हैं. सर्विस प्रोवाइडर को इस तरह से धोखे में रखा जाता है, जैसे आप ही किसी दूसरे डिवाइस में अपना सिम ऐक्टिवेट कर रहे हैं. हैकर अगर ऐसा करने में सफल होते हैं तो आपका सिम डीऐक्टेवेट हो जाता है. इसके बाद आपके कॉल्स, मैसेज और सिम से जुड़े डेटा हैकर के पास हैं. बैंकिंग से जुड़े OTP इसी पर आ रहे हैं अब आप इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं कि ऐसा करके क्या संभव है.
Sim Swapping Fraud कैसे किए जाते हैं?
इस तरह के फ्रॉड के लिए हैकर्स को आपके फोन या सिम का फिजिकल ऐक्सेस नहीं चाहिए होता है. ये रिमोटली किया जाता है. मोटे तौर पर बात करें तो इतना है कि हैकर्स आपकी इतनी जानकारी निकाल लेते हैं जिससे वो सिम कंपनी के कस्टमर केयर को ये प्रूफ कर दें कि वो आप ही हैं. इसके बाद आपके फोन में लगा सिम डीऐक्टिवेट हो जाएगा और जब तक आप कुछ समझ पाएंगे आपके साथ फ्रॉड हो चुका होगा. बैंकिंग फ्रॉड से लेकर सोशल मीडिया अकाउंट हैकिंग तक की जा सकती है.
Sim Swapping से कैसे बचें?
बेवजह कहीं भी अपनी जानकारी देने से बचें. चूंकि हैकर्स को आपकी पर्नसल इनफॉर्मेशन की जरूरत होती है ताकि वो कस्टमर केयर को वो सभी जानकारी दे पाएं जो आपकी हैं. इसके लिए हैकर्स सबसे पहले फिशिंग का इस्तेमाल करते हुए आपको ईमेल करते हैं, कॉल करते हैं और सोशल मीडिया पर लिंक्स भेजते हैं.
आप किसी भी अनजान लिंक्स को खोलने से परहेज करें. डेट ऑफ बर्थ, ऐड्रेस जैसी
डीटेल्स कतई किसी के साथ शेयर न करें. अनजान कॉल आने पर आप किसी तरह की
इनफॉर्मेशन शेयर न करें.
जैसे ही आपको ये लगे की आपके फोन से मैसेज सेंड नहीं हो रहे हैं या सिम डिऐक्टिवेट हो गया है आप तत्काल कस्टमर केयर से संपर्क करें और उन्हें अपनी समस्या बताएं.