WhatsApp कथित तौर पर गलत नाम वाले ग्रुप्स के खिलाफ एक्शन ले रहा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक फेसबुक के स्वामित्व वाले वॉट्सऐप के यूजर्स प्लेटफॉर्म से बैन किए जाने की जानकारी दे रहे हैं. कथित तौर पर बैन उन लोगों को किया जा रहा जो ऐसे किसी गलत नाम वाले ग्रुप का हिस्सा हैं.
ऐसे बैन का पहला केस Reddit पर उजागर हुआ, जहां Mowe11 नाम के यूजर ने वॉट्सऐप द्वारा बैन किए जाने जानकारियां साझा की. पोस्ट में Mowe11 ने बताया कि ग्रुप के एक मेंबर ने यूनिवर्सिटी के ग्रुप का नाम बदलकर कुछ गलत/ गैरकानूनी रख दिया था. पोस्ट के मुताबिक यही पूरे ग्रुप को बैन किए जाने का कारण बना. पोस्ट में बताया गया कि मेंबर ने ऐसा तीसरी बार किया था.
इसी तरह FranciscoAlfaro नाम के यूजर ने बताया कि वो 100 मेंबर्स वाले अपने स्कूल के एक ग्रुप में था. यूजर का दावा है कि सभी मेंबर्स को बिना किसी कारण के रहस्यमय तरीके से बैन कर दिया गया था.
PiTiXX नाम के यूजर द्वारा की गई एक दूसरी रिपोर्ट में यूजर ने दावा किया है कि उसके दोस्त ने किसी ग्रुप का नाम बदलकर कुछ गलत रख दिया था, इसलिए उसे वॉट्सऐप ने बैन कर दिया था.
WABetaInfo की रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसे केस में सारे यूजर्स के अकाउंट सस्पेंड किए गए थे. एक अज्ञात यूजर का ट्वीट भी चर्चा में है जिसने दावा किया है कि वॉट्सऐप ने उसे इसलिए बैन कर दिया क्योंकि वो किसी गलत/गैरकानूनी नाम वाले ग्रुप का मेंबर था.
जब यूजर्स ने इस संदर्भ में वॉट्सऐप से संपर्क किया तो उन्हें एक ऑटोमैटिक रिप्लाई मिला. ऑटोमैटिक रिप्लाई में कहा गया था कि इन यूजर्स ने वॉट्सऐप की सेवा की शर्तों का उल्लंघन किया है और वे दोबारा रिप्लाई नहीं करेंगे. ऐसे में समझा जा सकता है कि एक बार किए जाने के बाद यूजर्स कुछ नहीं कर सकते, ना ही उन्हें कोई और मदद मिलेगी.
प्लेटफॉर्म से बैन किए गए यूजर्स दावा कर रहे हैं कि उन्हें अपना फोन नंबर बदलने के लिए मजबूर होना पड़ा है और वे अपनी चैट हिस्ट्री भी खो चुके हैं. ये बैन सर्वर की ओर से किया गया है और यूजर्स ये नहीं जान सकते हैं कि वॉट्सऐप कैसे डिटेक्ट कर रहा है कि किसे प्लेटफॉर्म से बैन किया जाए. हालांकि ऐसे लग रहा है कि गलत नाम वाले काफी पुराने और ढेरों मेंबर्स वाले ग्रुप्स प्रभावित हुए हैं.
फिलहाल हालिया बैन से ये साफ है कि कंपनी ग्रुप्स के जरिए ढेरों मेंबर्स तक गलत जानकारियां फैलने से रोकने के लिए ये कदम उठा रही है.