पहले ट्विटर इंडिया हेड ऋषि जेटली और अब कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर परमिंदर सिंह ने ट्विटर से इस्तीफा दे दिया है. ऐसा लगता है कि इस अमेरिकी माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट के दिन लगातार खराब होते ही जा रहे हैं. दिलचस्प बात यह है कि दो दिन पहले जैसे ट्विटर इंडिया हेड ऋषि जेटली ने कई ट्वीट करते हुए कंपनी छोड़ने की बात कही वैसे ही ट्विटर इंडिया के एमडी परमिंदर सिंह ने भी किया है.
कई ट्वीट के जरिए उन्होंने ट्विटर का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि ट्विटर बड़ा प्लैटफॉर्म है और दुनिया को इसकी जरुरत है.
गौरतलब है कि पिछले साल ट्विटर से लगभग 300 लोगों को हटाया गया था जब इसके फाउंडर जैक डोर्सी से फिर से सीईओ बनाए गए थे. लगातार नुकसान के बाद कंपनी बिकने के लिए तैयार थी, लेकिन इसका कोई खरीदार नहीं मिला. पहले ऐसा लगा कि सेल्सफोर्स इसे खरीदेगी लेकिन ऐसा नहीं हो पया.
ऋषि जेटली ने कई ट्वीट के जरिए यह बताया है कि वो कंपनी छोड़ रहे हैं. एक ट्वीट में कहा है, ' चार सालों तक भारत में यूजर बिजनेस के बाद मैं नए अवसर के साथ जाने का इरादा कर रहा हूं. हालांकि मिशन वही होगा जो पहले था.'
बढ़ रही हैं ट्विटर की मुश्किलें
सितंबर की शुरुआत में ट्विटर ने कथित तौर पर कॉस्ट कटिंग के मकसद अपने बंगलुरू ऑफिस से लगभग 20 कर्मचारियों को चलता कर दिया था. हालांकि कंपनी ने इसके पीछे यह सफाई दी थी कि सिर्फ एक सेग्मेंट से लोगों को हटाया गया है. इतना ही नहीं कंपनी ने रिजनल हेडक्वॉर्टर सिंगापुर में कई लोगों के रोल में बड़ा बदलाव किया है जिसे भी कॉस्ट कटिंग माना जा रहा है.
हाल ही में कंपनी ने अपने पॉपुलर वीडियो शेयरिंग ऐप वाइन को भी बंद करने का ऐलान किया है.
क्या ट्विटर का भी हश्र Yahoo जैसा ही होगा
सेल्सफोर्स नहीं चाहती ट्विटर को खरीदना
अमेरिकी क्लाउड कंप्यूटिंग कंपनी सेल्सफोर्स ट्वीटर को खरीदने की तैयारी में थी. लेकिन कंपनी के सीईओ मार्क बेनियोफ ने एक अंग्रेजी अखबार को बताया है कि सेल्सफोर्स ट्विटर को नहीं खरीदेगी.
डिज्नी ने भी किया किनारा
रिपोर्ट्स के मुताबिक डिज्नी जिसे ट्विटर के संभावित खरीदार में सबसे आगे माना जा रहा था, इस कंपनी ने भी माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट को खरीदने से इनकार कर दिया है. इसके अलावा गूगल भी इसे खरीदने के मूड में नहीं दिख रही है. इससे पहले रिपोर्ट्स आ रही थी कि गूगल और डिज्नी ट्विटर को खरीदने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं. रीकोड के मुताबिक अब टेक्नॉलोजी दिग्गज एप्पल भी इसे नहीं खरीदना चाहती है.
वेराइजन और फेसबुक भी पलट गए
अमेरिकी टेलीकॉम दिग्गज वेराइजन ने भी इस अफवाहों को खारिज कर दिया है कि वो ट्विटर को खरीदना चाहती है.
सीएनबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक फेसबुक भी इसे खरीदने में दिलचस्पी नहीं दिखाना चाहती है. पिछली कई रिपोर्ट में यह भी बात भी सामने आ रही थी कि माइक्रोसॉफ्ट इसे खरीदना चाहती लेकिन अब इस रिपोर्ट पर भी विराम लग गई है.
इससे जाहिर है फिलहाल बड़ी टेक कंपनियां ट्विटर को खरीदना नहीं चाहती हैं . अब ट्विटर के पास बड़ा चैलेंज यह है कि इसे फिर से पटरी पर कैसे लाया जाए. क्योंकि पिछले कुछ सालों से इसके यूजर्स कम हो रहे हैं और कंपनी का रेवेन्यू भी घटता जा रहा है. अब हालात यह हैं कि यह बिकने के कगार पर है और कोई इसे खरीदना नहीं चाहता.