ऐपल ने मेसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) के डॉक्टरेट छात्र स्टीवन कीटिंग को नौकरी पर रखा है, जिसने अपने दिमाग में ट्यूमर का पता चलने पर उसका 3डी प्रिंट तैयार किया था.
सीएनबीसी में शुक्रवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह पता नहीं चला है कि कीटिंग ऐपल के हेल्थकेयर डिवाइस मेकिंग टीम में शामिल हुए है या किसी और टीम में, जहां वह अपने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की विशेषज्ञता का लाभ दे सकें.
कीटिंग साल 2015 में चर्चा में आए थे, जब उन्होंने अपने खुद के ट्यूमर को समझने के लिए जटिल वैज्ञानिक प्रयोग किए थे.
ऐपल ने हाल ही में एक निजी हेल्थ डेटा स्टार्ट-अप गिलिम्प्स का अधिग्रहण किया है, जिसे चिकित्सा संबंधी जानकारी इकट्ठा करने में मदद के लिए डिजाइन किया गया है.
ऐपल की बॉयोमेडिकल इंजीनियरों की एक सीक्रेट टीम ऐसे सेंसर को विकसित करने पर काम कर रही है, जो ब्लड शुगर की मात्रा का बिना सुई चुभोए निगरानी कर सकता है. अगर इसे विकसित कर लिया जाता है तो ऐपल का ये सेंसर लाखों लोगों के लिए फायदेमंद साबित होगा.