वायरस और मैलवेयर से सुरक्षा के लिए आप कंप्यूटर में एंटी वायरस इंस्टॉल करते हैं. लेकिन अगर एंटी वायरस ही आपके पर्सनल डेटा और लॉगइन डिटेल इंटरनेट पर लीक करने लगे तो यह आपकी साइबर सुरक्षा के लिए खतरनाक है.
ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें मशहूर एंटी वायरस AVG के साथ. इसके एक्सटेंशन में ऐसी खामियां पाई गईं जो यूजर्स की ब्राउजिंग डिटेल और पर्सनल डेटा को इंटरनेट पर लीक कर रही थीं.
AVG Web TuneUp में बड़ी खामी
गूगल प्रोजेक्ट जिरो के एक रिसर्चर टेविस ऑरमैंडी ने एंटी वायरस ऑडिटिंग के दौरान इस एंटी वायरस के एक्सटेंशन AVG Web TuneUp में कुछ खामियां देखी हैं. इस खुलासे के बाद गूगल ने इसे अपने क्रोम ब्राउजर से कुछ समय के लिए बैन कर दिया.
ऑरमैंडी के मुताबिक, AVG के इस एक्सटेंशन ने यूजर्स की पर्सनल डिटेल और ब्राउजिंग डेटा को इंटरनेट पर लीक किया है, जहां से हैकर्स इसका फायदा उठा सकते हैं. गौरतलब है कि अभी तक AVG के इस एक्सटेंशन के 90 लाख से भी ज्यादा लोग यूजर्स हैं, यानी इतने ही लोगों की सुरक्षा और निजता में सेंध लगने का खतरा है.
जबरदस्ती कराया जाता है यह एक्सटेंशन इंस्टॉल
कंप्यूटर में AVG एंटी वायरस इंस्टॉल करने वाले सभी यूजर्स से जबरदस्ती इस एक्सटेंशन को इंस्टॉल कराया जाता है. इसके लिए कंपनी की दलील यह है कि इसे ब्राउजिंग प्रोटेक्शन के लिए इंस्टॉल कराया जाता है ताकि कोई वायरस से भरी वेबसाइट कंप्यूटर काे नुकसान ना पहुंचा सके.
जीमेल हाइजैक का भी खतरा
रिसर्चर के मुताबिक इस एक्सटेंशन में कुछ ऐसी स्क्रिप्ट हैं जो इनविजिबल होकर जीमेल एकाउंट को भी हाइजैक कर सकती हैं. हालांकि ऑरमैंडी की रिपोर्ट के बाद AVG ने इस बग को फिक्स कर लिया जिसके बाद गूगल ने क्रोम ब्राउजर पर इस पर लगा बैन हटा लिया है.