दुनिया में जिस चीज के लाखों दीवाने हों, उसे फालतू और बेकार कहना खतरनाक है. लेकिन आपसे गालियां खाने का जोखिम उठा कर भी आज मैं यही करने जा रहा हूं !
जी हां, एंड्रॉयड फोन के तमाम Memory Cleaner, Memory Booster और Battery Saver Apps बेकार और फालतू हैं. न सिर्फ फालतू हैं, बल्कि इनका इस्तेमाल करने से कई बार आपको फायदे के बजाए नुकसान हो सकता है. अब सवाल ये है कि फिर क्यों लाखों लोग गूगल प्ले स्टोर से इन Apps को न सिर्फ डाउनलोड करते हैं, बल्कि इसे शानदार भी बताते हैं?
जवाब देने से पहले मैं कुछ सवाल पूछना चाहता हूं. क्या गणेश जी दूध पीते हैं ? नहीं ना? लेकिन देश -दुनिया में लाखों लोगों ने क्या एक बार गणेश जी को दूध नहीं पिलाया था! क्या भारत में आज तक नमक कभी खत्म हुआ है? तो फिर क्यों एक नहीं बल्कि अनेक बार लोगों ने नमक खत्म होने की अफवाह पर घर में कई महीनों का नमक खरीद कर भर लिया! जिस बैंक के दीवालिया होने की अफवाह पर लोग सारा पैसा निकाल कर घर ले आए, एटीएम पर लंबी लाइन लग गयी क्या वो दीवालिया हो गया?
देखा-देखी और अफवाह की वजह से बहुत से लोग कुछ करने लगे तो हम भी उस पर यकीन करने लगते हैं. लेकिन इससे गलत बात, सही नहीं हो जाती.
Play Store में ऐसे Memory Cleaner, Auto Apps Killer, Battery Saver Apps और Memory Booster भरमार है जो ये दावा करते हैं कि अगर आप इन्हें अपने फोन में डाउनलोड कर लें, तो ये पलक झपकते ही आपके फोन को Fast बना देंगे और आपके फोन की बैट्री भी ज्यादा लंबी चलेगी. ऐसे Apps हमें ये समझाने की कोशिश करते हैं कि फोन की मेमरी (RAM) का फुल होना, बैकग्रांउड में ऐप्स का चालू रहना फोन और बैट्री की सेहत के लिए बहुत बुरा है.
बात सुनने में ठीक भी लगती है कि मेमरी जितनी खाली होगी, फोन उतना तेज चलेगा. ये बात भी एकदम ठीक लगती है कि अगर फोन के बैकग्रांउड में बहुत से Apps छिप कर चल रहे हैं, इस्तेमाल न करने के बावजूद भी पूरी तरह बंद नहीं हुए हैं तो ये बैट्री पीते रहेंगे. अब ऐसे में कोई ये कहे कि वो न सिर्फ बैकग्रांउड में छिप कर चलने वाले Apps को Kill करता रहेगा, बल्कि खुद ब खुद, कुछ-कुछ देर पर ये चेक भी करता रहेगा कि कहीं ये जिद्दी Apps फिर से चालू तो नहीं हो गये तो सुनने में बात समझदारी की लगती है. भाई, न फालतू के Apps बैकग्रांउड में चलेगें, न एंड्रॉयड फोन स्लो होगा न बैट्री जाएगी! है न कमाल की बात? जी नहीं, बिल्कुल बकवास है ये बात! आइए, आपको बताता हूं क्यों.
App का 'चालू रहना' और 'चलना' बिल्कुल अलग-अलग
एंड्रॉयड सॉफ्टवेयर इस तरह बनाया गया है कि इसमें तमाम Apps कम से कम पावर का इस्तेमाल करके तेजी से चल सकें. अब सबसे पहले ये समझना जरूरी है कि एंड्रॉयड में किसी App का 'चालू रहना' और 'चलना' बिल्कुल अलग-अलग है. एंड्रॉयड फोन अपने मेमरी (RAM) का इस्तेमाल बिल्कुल अलग तरह से करता है. जब आप किसी App का इस्तेमाल करके उसे बंद कर देते हैं तो वो पूरी तरह बंद होकर घर जाने के बजाय, चुपचाप वहीं मेमरी की बेंच पर बैठ जाता है. ऐसा एक नहीं, एक के बाद एक, तमाम Apps करते हैं. वो पूरी तरह बंद होकर अपने घर जाने के बजाए वहीं पास में मेमरी नाम की बेंच पर लाइन लगाकर बैठते जाते हैं.
मेमोरी की बेंच पर बैठे Apps कोई बैट्री नहीं खर्च करते
जिस App को आपने अभी फौरन बंद किया - वो लाइन में सबसे आगे होगा. लाइन लगा कर बैठने का ये सिलसिला तब तक चलता है जब तक मेमरी नाम की इस बेंच पर जगह होगी. जब जगह खत्म होने लगेगी तो जो App लाइन में सबसे पीछे होगा, यानी जिसको आपने सबसे पहले बंद किया था - वो अब पूरी तरह बंद होकर घर चला जाएगा. जब आप फोन पर कोई नया काम शुरू करते हैं, जैसे आपने कोई नया गेम खेलना शुरू कर दिया और उसके लिए मेमोरी कम पड़ती है तो लाइन में बैठे कुछ Apps उसके लिए जगह बनाने की खातिर खुद-ब-खुद पूरी तरह बंद हो जाते हैं. एंड्रॉयड ऐसा क्यों करता है ये बताने से पहले ये जान लीजिए की मेमरी की बेंच पर लाइन लगाकर चुपचार बैठे हुए Apps कोई बैट्री नहीं खर्च करते - बिल्कुल भी नहीं. वो सिर्फ चालू दिखते भर हैं - चलते नहीं हैं. जबतक आप उसे चलाएं नहीं.
अब सवाल ये उठता है कि वो पूरी तरह बंद होने के बजाए मेमरी की बेंच पर लाइन लगाकर डटे ही क्यों रहते हैं ? आखिर तभी तो फोन की मेमरी हर समय लगभग फुल दिखती है जिसे खाली करने के लिए ये Memory Killer Apps इस्तेमाल करने पड़ते हैं. जवाब ऐसे समझिए. आपने एक टैक्सी मंगायी है जिससे आपको दिन भर कई जगह जाना है. तो आप कैसा ड्राइवर पसंद करेंगे - जो बार-बार गाड़ी बंद करके चाय पीने गायब हो जाए और हर बार आने पर आपको उसे फोन करके बुलाना पड़े, या फिर ऐसा ड्राइवर जो आपको हर बार गाड़ी की सीट पर मुस्तैद मिले?
एंड्रॉयड भी यही करता है. जरूरत नहीं होने पर वो Apps को ड्राइवर की तरह मेमरी की सीट पर मुस्तैद रखता है ताकि वो बुलाते ही, यानी उस App की फिर से जरूरत होने पर फौरन हाजिर हो सके. जिस तरह सिर्फ ड्राइवर के सीट पर बैठे रहने से गाड़ी का पेट्रोल खर्च नहीं होगा उसी तरह महज Apps के मेमरी में बैठे रहने से बैट्री खर्च नहीं होती. इसलिए मेमरी (RAM) का हमेशा फुल दिखना बुरा नहीं बल्कि अच्छा है.
Apps अगर बार-बार पूरी तरह बंद होकर फिर से चालू होंगे तो न सिर्फ खुलने में देर लगांएगे बल्कि चालू और बंद होने में ही फालतू बैट्री फूंकते रहेंगे. Apps Killer, Memory Booster, Battery Saver और Memory Cleaner यही उल्टा काम करते रहते हैं - Memory में चुपचाप बैठे Apps को बंद करके घर भेजते रहते हैं. कमाल की बात ये है कि इनमें तमाम ऐसी चीजें भी बंद होती रहती हैं जिनके बिना एंड्रॉयड फोन चल ही नहीं सकता. इसलिए कुछ ही पल बाद ये दुबारा शुरू हो जाते हैं. और आपका प्यारा App Killer, Battery Saver फिर से उसे बंद करके आप पर अहसान जताता रहता है कि उसने आपके फोन की कितनी मेमरी फ्री कर दी है.
Apps Killer - Memory Cleaner के साइड इफैक्ट
अब सवाल ये उठता है कि अगर ऐसा है तो फिर क्यों कुछ लोगों को वाकई इन Apps के इस्तेमाल से फायदा होता है और उनका फोन बेहतर काम करने लगता है? जवाब ये है कि कुछ Battery Saver App, मेमरी को Kill करने के अलावा भी कुछ काम कर देते हैं. जैसे, नहीं इस्तेमाल होने पर जीपीएस, ब्लूटूथ, वाईफाई, लोकेशन सर्विसेज बंद करना और इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाली कई सर्विसेज का सिंक इंटरवल बढ़ा देना. लेकिन ये काम आप फोन में पहले से मौजूद पावर विजेट का इस्तेमाल करके खुद आसानी से, और बेहतर तरीके से कर सकते हैं. इस छोटे से काम के लिए Apps Killer - Memory Cleaner नाम के बंदर के हाथ में उस्तरा पकड़ाने की जरूरत नहीं है. कभी आपने गौर किया है कि ये Memory Booster, Memory Cleaner, Battery Saver जैसी चीज को जब आप अपने फोन में डालते हैं तब ये चुपचाप आपसे क्या-क्या करने की Permission हासिल कर लेती हैं ? एक बार फोन इनके हवाले हुआ नहीं कि ये जाने कब क्या बंद कर दें, फोन में क्या सेटिंग्स बदल दें, क्या उड़ा दें. बिना बात ऐसी मुसीबत क्यों मोल ली जाए.
अगर आप बैट्री बचाना चाहते हैं तो इस बात की पहचान करें कि कौन से Apps बैट्री की सबसे ज्यादा खपत कर रहे हैं. अगर जरूरत न हो तो उन्हें बार-बार बंद करने के बजाए Uninstall करके फोन से ही हटा दें. हटाना संभव न हो तो Disable कर दें. स्मार्ट फोन भी एक कंपयूटर है इसलिए कम से कम हफ्ते में दो बार इसे बंद करके Restart जरूर करें.
बैट्री बचाने के बारे में विस्तार से जानना हो तो इस लिंक पर जाकर पढ सकते हैं.
अंत में ये ध्यान रहे - फालतू हम सिर्फ Memory Cleaner और Battery Saver Apps को कह रहें हैं. फोन में जमा कचरे को साफ करने के लिए जो Cache Cleaner Apps हैं जिनका काम बेकार और छिपी हुई पुरानी Files को हटाना है-उनका इस्तेमाल करने में कोई हर्ज नहीं है.
लेखक 'आजतक' के वरिष्ठ संवाददाता हैं.