भारत के एंड्रॉयड फोन पर एक नए तरीके का मैलवेयर पाया गया है. Clean Master और CM Security एप बनाने वाली कंपनी चीता मोबाइल ने यह दावा किया है कि भारत के लगभग 1,44,199 एंड्रॉयड डिवाइस घोस्ट पुश नाम के मैलवेयर से इंफेक्टेड हैं.
सीएम सिक्योरिटी रिसर्च का दावा है कि उन्होंने ही इस खतरनाक मैलवेयर Ghost Push का पता लगाया है. चीता मोबाइल के मुताबिक, यह मैलवेयर SDK और मोबाइल इंटरनेट ब्राउजर के जरिए फैल रहा है. SDK फाइल यानी वैसे एप जो गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध नहीं होते हैं. चीता मोबाइल के रिसर्चर्स के मुताबिक यह मैलवेयर काफी तेजी से एंड्रॉयड में फैल रहा है.
यह वायरस आपके स्मार्टफोन में अनचाहे एप इंस्टॉल करेंगे और आप इन्हें चाह कर भी हटा नहीं सकेंगे. सबसे बड़े खतरे की बात यह है कि इन मैलवेयर को फैक्ट्री रिसेट करने के बाद भी नहीं हटाया जा सकता है.
सीएम सिक्योरिटी रिसर्च लैब के मोनिटरिंग रिजल्ट के मुताबिक यह मैलवेयर यूरोप, रूस, मिडिल ईस्ट और चीन की तरफ से फैलना शुरू हुआ है.
कैसे काम करता है यह मैलवेयर
SDK फाइल या वेबसाइट के जरिए सबसे पहले ये मैलवेयर आपके फोन में आएगा और आपके मोबाइल का फुल एक्सेस हासिल कर लेगा. हैरानी की बात यह है कि अपने ही मोबाइल का फुल एक्सेस आपके अपने पास भी नहीं होता है और इसे मोबाइल रूट कर के ही हासिल किया जा सकता है. यह मैलवेयर आपकी परमिशन के बिना कुछ एप जैसे 'Time Service' या 'Monkey Test' एप इंस्टॉल करेगा. इस मैलवेयर के आते ही आपका स्मार्टफोन स्लो हो जाएगा और बैट्री भी जल्दी डिस्चार्ज होगी. चूंकि इस मैलवेयर ने आपके फोन का रूट एक्सेस हासिल कर लिया है इसकी वजह से तो आपके स्मार्टफोन को काफी नुकसान पहुंचा सकता है.
कैसे बचें
इससे बचने के लिए आप फोन की सिक्योरिटी सेटिंग्स में जा कर 'Device Administration' सेक्शन में 'Unknown Sources' को ऑफ कर दें ताकि आपके फोन में कोई भी ऐसा एप इंस्टॉल ना हो जिससे मैलवेयर आ सके.
मोबाइल के ब्राउजर की सेटिंग्स में जा कर पॉप अप ब्लॉक कर दें.