इबोला वायरस न केवल मनुष्यों के लिये खतरनाक है बल्कि इससे कंप्यूटरों को भी नुकसान पहुंच सकता है. साइबर अपराधी अब इस बीमारी के डर का लाभ उठाकर मालवेयर के साथ पर्सनल कंप्यूटर को निशाना बना रहे हैं. सिक्योरिटी सोल्युशंस प्रोवाइडर सिमानटेक ने यह जानकारी दी है.
पश्चिम अफ्रीका में हाल में फैले इबोला संक्रमण को आज की तारीख में सबसे खतरनाक बीमारी माना जा रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने स्वास्थ्य के लिहाज से अंतरराष्ट्रीय आपात स्थिति की घोषणा की है. इस वायरस के संक्रमण से इस साल गुएना, लाइबेरिया, सिएरा लिओन तथा नाइजीरिया में 1,000 से अधिक लोगों की मौत हुई है.
इस तरह बना रहे निशाना
सिमानटेक के अनुसार सोशल इंजीनियरिंग थीम के रूप में इबोला वायरस का उपयोग कर तीन मालवेयर गतिविधियां तथा फिशिंग (संवेदनशील सूचनाएं चुराने की कोशिश) मुहिम चलाई जा रही हैं. कंपनी ने कहा, 'पश्चिम अफ्रीका में इबोला वायरस संक्रमण की खबर दुनिया के हर अखबारों में छप रही है और साइबर अपराधी फिर से इस ताजी खबर का इस्तेमाल पीड़ितों को लुभाने में कर रहे हैं.
सिमानटेक के मुताबिक साइबर अपराधी फर्जी रिपोर्ट के साथ ईमेल भेज रहे हैं जो यूजर के उपकरण को ट्रोजन डॉट जबोट मालवेयर के साथ प्रभावित करते हैं.
एक अन्य अभियान में साइबर अपराधियों ने ईमेल भेजा जिसमें उसने खुद को एक बड़ा टेलीकॉम प्रोवाइडर बताया और वायरस पर हाई लेवल प्रेजेंटेशन की पेशकश का दावा किया.