दुनिया की बड़ी टेक कंपनियां ऐपल और फेसबुक ने खुले तौर पर अमेरिकी प्रेसिडेंट इलेक्शन में डेमोक्रैटिक कैंडिडेट हिलेरी क्लिंटन को सपोर्ट किया था. इन कंपनियों के आला अधिकारियों ने क्लिंटन को बेहतर कैंडिडेट बताया और बढ़ चढ़ कर डोनेशन भी किए. इसका परिणाम यह रहा कि क्लिंटन 2.4 मिलियन डॉलर से ज्यादा पैसे सिर्फ इंटरनेट कंपनियों से ही मिले.
टेक दिग्गजों की पहली पसंद रही हैं हिलेरी क्लिंटन
सेंटर फॉर रिस्पॉन्सिव पॉलिटिक्स के मुताबिक रिपब्लिकन कैंडिडेट डोनल्ड ट्रंप को इंटरनेट कंपनियों से डोनेशन के तौर पर सिर्फ 31,738 डॉलर ही मिले.
डोनल्ड ट्रंप अमेरिका के अगले प्रेसिडेंट होंगे, नतीजे आ गए हैं और हिलेरी क्लिटंन को मात मिल चुकी है. ऐसे में सिलिकन वैली में खलबली मचनी तय है, क्योंकि अब साइबर सिक्योरिटी, एनर्जी और इमिग्रेशन में काफी बदलाव आने की उम्मीद की जा रही है.
टेक सिक्योरिटी कंपनी इलूमियो के फाउंडर और सीईओ एंड्रू रूबीन ने कहा है कि साइबर सिक्योरिटी हमारे जगत के लिए सेंटर जैसा है. उन्होंने कहा है,' देश की समस्याओं को सुलझाने के लिए बड़े तरीकों की जरूरत है.'
क्या अब ऐपल की पॉलिसी बदल जाएगी, ट्रंप कर चुके हैं इसे बहिष्कार
डोनल्ड ट्रंप ने लोगों से ऐपल को बॉयकॉट करने को कहा था. इसकी वजह यह थी कि सैन बर्नार्डिनो के शूटिंग के बाद उस शूटर का आईफोन अनलॉक करने से मना कर दिया था. ट्रंप ने कहा था, 'जब तक ऐपल उस आईफोन को अनलॉक करके जानकारी नहीं देता तबतक ऐपल के प्रोडक्ट का विरोध करना चाहिए'. उन्होंने यहां तक कहा कि वो ऐपल और सैमसंग का स्मार्टफोन यूज करते हैं और अगर ऐपल ने जानकारी नहीं दी तो वो आईफोन यूज करना बंद कर देंगे.
ऐसे में क्या डोनल्ड ट्रंप के प्रेसिडेंट बनने के बाद भी ऐपल अपनी उस पॉलिसी पर कायम रह पाएगी? यह बड़ा सवाल है और आने वाले दिनों में इस पर चर्चा शुरू हो सकती है. क्या डोनल्ड ट्रंप और टिम कुक में बहस होगी?
ऐपल के अलावा डोनल्ड ट्रंप ने लोगों से अमेरिकी शॉपिंग वेबसाइट Macy's को बायकॉट करने को कहा था. और इसके पीछे वजह यह थी कि इस कंपनी ने मैक्सिकन इमिग्रेंट के खिलाफ बयानबाजी के बाद अपने स्टोर से ट्रंप की क्लॉदिंग को हटा लिया था. आपको पता ही होगा कि ट्रंप अमेरिका के बड़े बिजनेसमैन हैं.
क्या इंटरनेट को बंद करा देंगे डोनल्ड ट्रंप
साउथ कैरोलिना में एक रैली के दौरान डोनल्ड ट्रंप ने कहा था कि इस्लामिक स्टेट जैसे आतंकी संगठनों से लड़ने के लिए इंटरनेट ही बंद करना होगा. उनके मुताबिक वो इंटरनेट को बंद कराने के लिए बिल गेट्स और दूसरे लोगों के पास जाएंगे. तो क्या अब उनके प्रेसिडेंट बनने के बाद कुछ हद तक कुछ जगहों पर इंटरनेट बंद कर दिया जाएगा?
क्या फेसबुक पर भी इसका असर पड़ेगा?
फेसबुक को फाउंडर मार्क जकरबर्ग और माइक्रोसॉफ्ट फाउंडर बिल गेट्स ने भी ऐसी कई बाते कहीं जिनसे साफ जाहिर होता है कि डोनल्ड ट्रंप उनके लिए बेहतर तो नहीं ही साबित होंगे. जकरबर्ग ने साफतौर से डोनल्ड ट्रंप की इमिग्रेशन पॉलिसी को गलत बताया है, क्योंकि वो दुनिया को एक कम्यूनिटी मानते हैं. ऐसे में क्या ट्रंप के प्रेसिडेंट बनने के बाद फेसबुक पर भी असर पड़ेगा?
आने वाले दिनों में ऐसी खबरें मिले तो हैरानी नहीं होगी!
'डोनल्ड ट्रंप बने अमेरिकी के प्रेसिडेंट और बदल गई ऐपल की पॉलिसी', या 'डोनल्ड ट्रंप के प्रेसिडेंट बनने के बाद अमेरिका के कई शहरों में इंटरनेट बंद.'