2 नवंबर को उस वक्ट ट्विटर पर हड़कंप सा मच गया जब पता चला कि ट्विटर ने अमेरिका के प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप का अकाउंट डिऐक्टिवेट कर दिया. करीब 11 मिनट के लिए ट्रंप का अकाउंट बंद रहा. शुरू मे इसे एरर बताया गया, लेकिन बाद में पता चला कि इसे ट्विटर के ही एक कॉन्ट्रैक्टर ने डिऐक्टिवेट किया था.
ट्विटर के लिए कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले शख्स ने अमेरिकी टेक वेबसाइट टेक क्रंच को इंटरव्यू दिया है. इनका नाम बहतियार डूय्साक है और तुर्की मूल के हैं. वो ट्विटर के लिए प्रो अनलिमिटेड नाम की कंपनी में बतौर कॉन्ट्रैक्टर काम कर रहे थे.
टेक क्रंच को उन्होंने बताया है कि डोनाल्ड ट्रंप का ट्विटर अकाउंट डिऐक्टिवेट करना एक गलती थी. उन्होंने कहा कि इस बात का उन्हें अंदाजा नहीं था कि ट्रंप का अकाउंट सच में डिऐक्टिवेट हो जाएगा. क्योंकि ऐसा लग रहा था कि उनके अकाउंट को डिऐक्टिवेट होने से प्रोटेक्ट किया गया है.
गौरतलब है कि ट्रंप का ट्विटर अकाउंट डिऐक्टिवेट होने के बाद ट्विटर ने कहा था कि वो इसके लिए इंटरनल रिव्यू कर रही है और भविष्य में ऐसा ना हो इसलिए जरूरी सेफगार्ड लागू करेगी. ट्विटर के सीईओ जैक डॉर्सी ने भी कहा था कि कुछ कमजोरियां रहीं थीं जिसकी वजह से ऐसा हुआ जिसे अब ठीक करने की कोशिश की जा रही है.
ट्विटर के साथ उनका आखिरी दिन था और लोग उन्हें गुडबाय कह रहे थे. उन्होंने कहा कि वो आखिरी घंटे तक काम करते रहे और शिफ्ट खत्म होने से ठीक पहले उन्हें एक अलर्ट मिला. किसी यूजर डुयसाक के आखिरी दिन डोनाल्ड ट्रंप के ट्विटर अकाउंट को रिपोर्ट किया और उन्होंने ट्रंप का अकाउंट डिऐक्टिवेट करके शिफ्ट खत्म की और ऑफिस से निकल गए. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें कोई अंदाजा नहीं था कि ट्रंप का अकाउंट सच में डिऐक्टिवेट हो जाएगा.
उन्होंने टेक क्रंच से कहा है, ‘मैं साधारण जिंदगी जीना चाहता हूं और मीडिया से भागना नहीं चाहता . मैं अपने पड़ोसियों से बात करना चाहता हू, इस घटना के बाद मुझे 100 से ज्यादा लोगों को अन्फ्रेंट करन पड़ा’
उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने न तो कुछ हैक किया है और न ही कोई जुर्म किया है. टेक क्रंच की रिपोर्ट के मुताबिक फिलहाल वो दूसरी जॉब करना नहीं चाहते, लेकिन उन्होंने कहा, ‘मुझे ट्विटर से प्यार है और अमेरिका से भी’