डोनल्ड ट्रंप अमेरिका का 45वें प्रेसिडेंट होंगे. चुनाव कैंपेन के दौरान उन्होंने शर्नार्थियों और मुसलमानों के खिलाफ जमकर बोला था. उन्होंने यहां तक कहा कि वो अमेरिका से मुसलमानों पर प्रतिबंध लगा दिया जाए. लेकिन अब चुनाव जीतने के बाद उनके तेवर बदले बदले से हैं. जीत के बाद दिए गए भाषण में भी उन्होंने हिलेरी क्लिंटन की जिस तरीके से तारीफ और शुक्रिया अदा किया है उसकी सुर्खियां बन रही हैं. इसके अलावा उन्होंने उनका भी शुक्रिया अदा किया जिन्होंने उन्हें वोट नहीं दिया.
दिलचस्प बात यह है कि अब उनकी वेबसाइटइ उस स्टेटमेंट को हटा लिया गया है जिसमें उन्होंने कहा था कि वो अमेरिका से स्थाई तौर पर मुसलमानों को बैन कर दिया जाए.
ब्रिटिश अखबार 'दी इंडिपेंडेंट' की रिपोर्ट के मुताबिक उस स्टेटमेंट को हटा कर उसकी जगह एक नया लिंक लगा दिया गया है जिसपर क्लिक करने से डोनेशन का पेज खुलता है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक इलेक्शक के दिन सुबह से ही वो पेज उपलब्ध नहीं था. लेकिन रात में वो फिर से शुरू हुआ जिसमें नया लिंक था, यानी मुसलमानों के खिलाफ दिए गए स्टेटमेंट को हटा लिया गया था.
पियू रिसर्च के मुताबकि डोनल्ड ट्रंप ने 7 दिसंबर 2015 को अपनी वेबसाइट पर कहा था, 'अमेरिका में किसी भी मुसलमानों को घुसने से तब तक पूरी तरह बैन लगाया जाए जबतक हमारे देश के प्रतिनिधि ये न समझ लें कि क्या हो रहा है'
गौरतलब है 2015 पेरिस अटैक के बाद डोनल्ड ट्रंप के इस विवादास्पद भाषण की निंदा दुनिया भर में हुई थी.
हालांकि इसमें कोई हैरानी होनी चाहिए की ऐसा उन्होंने क्यों किया है. क्योंकि अक्सर ऐसे चुनावी स्टेटमेंट महज एक जुमला होते हैं. बहरहाल ट्रंप ने कैंपेन के आखिरी दौर में यह कहा था कि वो अमेरिका से सभी मुसलमानों पर बैन नहीं बल्कि उन लोगों के बैन की बात कर रहे हैं जो बाहर से आ रहे हैं और उनका लिकं आतंवादियों से हैं.