देश में समय-समय पर आने वाले भूकंप से जान-माल का बेहद नुकसान होता रहा है. हालांकि इन प्राकृतिक आपदाओं को रोका नहीं जा सकता लेकिन इनसे होने वाली क्षति को जरूर कम करने के प्रयास किए जा सकते हैं.
इसी को ध्यान में रखते हुए भूकंप से पूर्व इसकी चेतावनी देने वाली सुरक्षा प्रणाली देश को अगले साल से मिलने जा रही है. 2016 की शुरुआत में जर्मनी की सेक्ट इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी द्वारा एक उन्नत टेक्नॉलोजी के इस्तेमाल की शुरुआत के साथ ही यह संभव हो जाएगा.
फिलहाल इसका इस्तेमाल 25 देशों में हो रहा है और नई दिल्ली की टेरा टेककॉम प्राइवेट लिमिटेड के संयुक्त उपक्रम के तहत भारत में यह प्रणाली लॉन्च होगी.
टेरा टेककॉम के प्रबंध निदेशक बिजेंदर गोयल ने कहा, 'हमारे द्वारा प्रस्तावित प्रणाली एक संपूर्ण और दुनिया में एकमात्र भूकंप चेतावनी प्रणाली है, जिसमें बिल्डिंग मैनेजमेंट प्रणाली सहित ऑल इन वन सुरक्षा सुविधा मौजूद है.'
सेक्ट इलेक्ट्रॉनिक्स ने जीएफजेड-पोस्टडैम जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज के सहयोग से एक दशक पहले समय पूर्व भूकंप चेतावनी व सुरक्षा प्रणाली डेवलप की है.
गोयल ने कहा, 'लोगों के लिए इस टेक्नॉलोजी को लाने का भारत सरकार के लिए यह सही समय है. पृथ्वी विज्ञान विभाग इस तरह के आविष्कारों की देखभाल के लिए जिम्मेदार है. भारत सरकार द्वारा इस प्रौद्योगिकी को मंजूरी मिलने का हम इंतजार कर रहे हैं, ताकि हम अपने देश की सेवा कर सकें.'