Elon Musk – ये ऐसे शख्स हैं जो आए दिन खबरों में रहते हैं. आजकल अजीबोगरीब ट्वीट की वजह से ज्यादा सुर्खियों में हैं. ये Telsa और Space X के सीईओ हैं. स्पेस मिशन पर काम करते हैं. सैटेलाइट को स्पेस में भेजने के लिए Reusable रॉकेट इन्हीं की कंपनी ने बनाए हैं और NASA भी इनकी मदद समय-समय पर लेती है. मस्क मार्स मिशन पर भी काम कर रहे हैं और अगले साल शायद किसी शख्स को मार्स पर भेज सकते हैं. इसके अलावा इनकी कंपनी Tesla इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए जानी जाती है.
Tesla CEO Elon Musk अब इंसानी दिमाग को कंप्यूटर के साथ लिंक करने पर काम कर रहे हैं. हालांकि ये सुनने में जितना आसान लग रहा है वो है नहीं. ब्लूटूथ वाले सेंसर को इंसान के दिमाग में इंप्लीमेंट करना आसान है?
Tesla और SpaceX के CEO Elon Musk ने कहा है कि Neuralink डिवाइस में एक काफी छोटी चिप लगी होगी जिससे 1000 वायर्स कनेक्टेड होंगे. ये वायर इंसान के बाल से 10 गुना पतले होंगे. इस चिप में USB Type C पोर्ट होगा. USB Type C की जानकारी तो आपको होगी है जो आज कल नए जेनेरेशन के स्मार्टफोन्स में दिए जाते हैं. ऐलॉन मस्क ने कहा है कि इस चिप को ब्लूटूथ के जरिए एक छोटे कंप्यूटर से कनेक्ट किया जाएगा जो कान में पहना जा सकेगा, इसे स्मार्टफोन से भी कनेक्ट किया जा सकता है.
एक सेशन के दौरान मस्क ने कहा कि इस चिप को एक बंदर पर ट्राई किया गया है और वो बंदर अपने दिमाग से उस कंप्यूटर को कंट्रोल कर पा रहा था. Elon Musk ने कहा है, ‘हमें उम्मीद है कि अगले साल तक इस चिप का ह्यूमन पेटेंट हमारे पास होगा.’
Neuralink के मुताबिक किसी के दिमाग में 10 चिप लगाई जा सकती हैं. खास बात ये है कि इन चिप्स को आईफोन ऐप से कनेक्ट करके कोई भी कंट्रोल कर सकता है. ये डिवाइस किसी यूजर के ब्रेन में रोबॉट के जरिए इंस्टॉल किए जाएंगे जिसे सर्जन ऑपरेट करेंगे. यानी किसी शख्स के स्कल में 2 मिलिमिटर का होल करके इस चिप को फिट किया जाएगा.
एलोन मस्क ने कहा है कि इसका ट्रायल 2020 के आखिर तक शुरू हो सकता है. उन्होंने यह भी कहा है कि चिप के साथ कम्यूनिकेशन पूरी तरह वायरलेस होगा, क्योंकि आपको बार बार अपने सर में वायर नहीं लगाना होगा.
क्या है Neuralink?Neuralink ऐलॉन मस्क का एक स्टार्टअप है. ये न्यूरोटेक्नॉलजी बेस्ड फर्म है और जिसके तहत दिमाग में लगाने वाली मशीन पर काम किया जा रहा है. इसे ब्रेन मशीन इंटरफेस (BMI) भी कहा जाता है. इस कंपनी में लगभग 100 कर्मचारी काम करते हैं. इसी स्टार्टअप के तहत Elon Musk नई टेक्नॉलजी लेकर आए हैं जो फिलहाल सुर्खियां बटोर रही है.
क्या होगा इसका फायदागौरतलब है कि इसे टेक्नॉजी पर Google और Facebook भी काम कर रहे हैं. इस टेक्नॉलजी को ट्रीटमेंट के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. ऐलॉन मस्क ने इस टेक्नोलॉजी के बारे में बताते हुए यह भी कहा है वो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को ह्यूमन ब्रेन के साथ मर्ज करना चाहते हैं.