फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने अमेरिकी कांग्रेस के सामने कैंब्रिज अनालिटिका डेटा लीक को लेकर तीखे सवालों के जवाब दिए. इस दौरान 44 सेनेटर्स ने उनसे बारी बारी से सवाल पूछे. सभी को 5 मिनट दिए गए. इन सवालों का जवाब देते हुए कई बार जकरबर्ग बेहद घबराए हुए भी नजर आए. पढ़ें, 5 घंटे लंबी इस सुनवाई में कैसे सवाल पूछे गए और जकरबर्ग ने क्या दिए जवाब.
UPDATE: सेनेटर - क्या आपको इस बात की जानकारी है कि फेसबुक के कितने यूजर प्राइवेसी पॉलिसी को पूरा पढ़ते हैं?
जकरबर्ग- नहीं, इस बात की जानकारी नहीं है. ज्यादातर लोग प्राइवेसी पॉलिसी को पूरा नहीं पढ़ते.
UPDATE:सेनेटर - फेसबुक डॉर्म रूम से काफी बदल चुका है. फेसबुक ने टाइमलाइन फीचर लॉन्च किया और तब से ऐल्गोरिद्म भी बदला है. कैंब्रिज अनालिटिका के बाद से नया सवाल खड़ा हुआ है. क्या यूजर्स उन चीजों पर भरोसा कर सकते हैं जो न्यूज फीड पर देखते हैं, क्योंकि फेसबुक से ट्रस्ट कम हो रहा है लोगों का. क्या फेसबुक मोबाइल डिवाइस के ऑडियो को यूज करता है? आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को किस तरह से देखते हैं जब बात कंज्यूमर सिक्योरिटी की बात आती है..
जकरबर्ग - आप कॉन्स्पिरेसी थ्योरी की बात कर रहे हैं हम मोबाइल से ऑडियो नहीं लेते ना ही रिकॉर्ड करते हैं. AI सिस्टम फैसला लेते हैं जो कई बार यूजर्स को समझ नहीं आता कि वो फैसला किस आधार पर लेते हैं. आने वाले समय में यह तय किया जाएगा कि उनके फैसला लेने का सिद्धांत क्या है.
UPDATE: सेनेटर - कल फेसबुक ने 87 मिलियन यूजर्स को नोटिफिकेशन भेजना शुरू किया जिसमें से मेरी बेटी भी है जिसे ये नोटिफिकेशन मिला है. कितने स्टेट के यूजर्स हैं इसमें? डेटा डिलीट होने में कितना वक्त लगता है. क्या कॉल और मैसेज रिकॉर्ड किए हैं?
जकरबर्ग - इस बारे में जानकारी नहीं है. हां अकाउंट डिलीट करने के बाद डेटा डिलीट किया जाता है. इसके बारे में मेरे पास अभी जवाब नहीं है कि डेटा डिलीट होने में कितना वक्त लगता है. (इस सवाल के भी जवाब में जकरबर्ग हकलाते हुए दिखे और कहा कि अभी मैं यह नहीं कह सकता कि इसमें कितना समय लगता है)
नहीं कॉल और टेक्स्ट रिकॉर्ड नहीं किए हैं, लेकिन मैसेंजर में एक ऐसा फीचर है जिससे मैसेज को टेक्स्ट में इंपोर्ट किया जा सकता है और वैसे ही टेक्स्ट स्टोर होते हैं, यह फीचर एंड्रॉयड स्मार्टफोन में है.
UPDATE: सेनेटर - डिस्क्रिमिनेशन को लेकर इस देश का इतिहास खराब रहा है. फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म को डिस्क्रिमिनेशन को बढ़ावा देने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. विज्ञापन देने वाले भी फेसबुक यूजर्स में डिस्क्रिमिनेट कर रहे हैं जो फेडरल कानून का उल्लंघन भी है. जांच में पता चला कि फेसबुक अभी भी वैसे विज्ञापन पर काबू नहीं पा रहा है जिसमें डिस्क्रिमिनेशन वाले विज्ञापन होते हैं. हाल ही में एक मुकदमा दायर किया गया था जिसमे ऐसे विज्ञापन के बारे में कहा गया जो डिस्क्रिमिनेशन वाला था.
जकरबर्ग - यह महत्वपूर्ण सवाल है. AI टूल से ऐसे कॉन्टेंट पर काबू पाया जाता है. हर एक तरह की चीजों को एक एक करके रिव्यू कर पाना मुश्किल है. इस तरह के क्षेत्र में हमें ज्यादा रिव्यू करने की जरूरत है. (इस सवाल पर भी मार्क जकरबर्ग गोल मोल जवाब देते दिख रहे हैं)
UPDATE : सेनेटर - बग बाउंटी प्रोग्राम के बारे में -- फेसबुक पर बग बाउंटी को बढ़ावा दिया है आपने. आप बग बाउंटी प्रोग्राम को इस तरह की समस्याओं का समधान करने को लेकर कैसे देखते हैं.
जकरबर्ग - मैं आपका सवाल नहीं समझ पा रहा हूं. इसका जवाब मेरी टीम आपको दे सकती है बाद में.
UPDATE: सेनेटर - कमाल की स्टोरी है डॉर्म रूम से यहां तक की. क्या आपको लगता है आप ज्यादा पावरफुल हैं? जब कंपनियां बड़ी हो जाती हैं तो या तो वो रेग्यूलेट करती हैं या ब्रेक कर जाती हैं, ऐसा इतिहास रहा है, आप इसे कैसे देखते हैं.?
फेसबुक असल में क्या है? लोग समझते हैं आप दुनिया के सबसे बड़े पब्लिशर हैं, क्योंकि कॉन्टेंट फेसबुक पर ही पढ़े जाते हैं. आप टेक कंपनी हैं दुनिया के सबसे बड़े पब्लिशर हैं
जकरबर्ग: 2 बिलियन यूजर्स हैं हमारे पास जो दुनिया भर में फैले हैं और इसके लिए अमेरिकी को गर्व होना चाहिए. मैं इस तरह का इंसान नहीं हूं, रेग्यूलेट नहीं कर सकता मैं.
मुझे लगता है हम टेक कंपनी है. हम कॉन्टेंट के लिए जिम्मेदार हैं, लेकिन हम कॉन्टेंट बनाते नहीं हैं इसलिए हम कॉन्टेंट कंपनी नहीं हैं और हमें टेक कंपनी कहा जाना चाहिए और हम प्रोडक्ट्स बनाते हैं.
UPDATE: सेनेटर - क्या रूस और चीन की सरकार के पास फेसबुक का डेटा है? जैसे कैंब्रिज अनालिटिका के केस में देखने को मिला है?
जकरबर्ग - ऐप्स के पास किस तरह का डेटा है इसकी जांच कर रहे हैं. हम यह नहीं कह सकते कि किस के पास कितना डेटा है.
UPDATE : सेनेटर: क्या फेसबुक को यूजर की परमिशन की जरूरत नहीं है जब वो उनका डेटा बेच रहा है? क्या आप ऑप्ट इन
जकरबर्ग- हमें परमिशन की जरूरत होती है. लेकिन हम जानकारी बेचते ही नहीं हैं.
UPDATE: सेनेटर - क्या आप हेट स्पीच को डिफाइन कर सकते हैं? आप एक पिता के तौर पर क्या आप सोशल मीडिया से परेशान हैं ?
जकरबर्ग - यह काफी मुश्किल सवाल है. लेकिन किसी भी तरह का वायलेंस फेसबुक पर नहीं किया जाना चाहिए और इसे हम रोकने की लगातार कोशिश कर रहे हैं.
किसी भी टूल का अच्छा और बुरा इस्तेमाल किया जाता है वैसे ही फेसबुक भी है.
UPDATE: सेनेटर - कितने तरह के डेटा फेसबुक स्टोर करता है ? 2 बिलियन यूजर्स के 96 कैटिगरी के डेटा फेसबुक स्टोर करता है? क्या है ये ? आप किस तरह का डेटा अपने सर्वर पर स्टोर कर रहे हैं? क्या आप टेक्स्ट हिस्ट्री, ऐक्टिविटी और डिवाइस लोकेशन भी स्टोर करते हैं?
जकरबर्ग - हमें नहीं पता आप किस बारे में बात कर रही हैं. दो कैटिगरी हैं जो मुझे लगता है- कॉन्टेंट जो यूजर खुद देता है और दूसरा वो है जो विज्ञापन के लिए हम लेते हैं. इन दोनों तरह के डेटा पर आपका कंट्रोल है. फेसबुक इन दोनों तरह के डेटा को स्टोर करता है. हम लोगों का डेटा स्टोर करते हैं. टेक्स्ट हिस्ट्री, ऐक्टिविटी और डिवाइस लोकेशन यूजर्स की मर्जी से स्टोर करते हैं.
UPDATE: सेनेटर - आप यूजर्स के डेटा से पैसा कमाते हैं और कहते हैं यूजर डेटा के खुद मालिक हैं? ये कैसे संभव है?
जकरबर्ग - आपका डेटा आपका ही है इसका मतलब ये है कि आप खुद से डेटा फेसबुक पर शेयर करना चाहते हैं.
UPDATE: सेनेटर -यूजर्स को चिंता होती है कि आप उसकी ब्राउजिंग हिस्ट्री ट्रैक करते हैं, यूजर के उस तरह के डेटा का आप क्या करते हैं? उदाहरण के तौर पर मैं व्हाट्सऐप के जरिए किसी से बात कर रहा हूं क्या वो किसी विज्ञापनदाता को पता चलेगा?
जकरबर्ग - मैं इसे ठीक से नहीं समझ पा रहा हूं आप क्या कहना चाहते हैं. व्हाट्सऐप के मैसेज के बारे में विज्ञापनदाता को नहीं पता चलता है..
UPDATE: सेनेटर - डेटा आपके बिजनेस मॉडल का सेंटर प्वॉइंट है और डेटा से ही पैसे कमाते हैं. आप क्यों नहीं यूजर्स को बताते हैं कि उनका डेटा आप कैसे यूज करेंगे और किस तरह का डेटा कलेक्ट करते हैं जिनके बारे में उन्हें नहीं पता है
जकरबर्ग - आम तौर पर दो तरह के डेटा फेसबुक के पास होते हैं. पहला वो जो यूजर्स खुद से फेसबुक को देते हैं और उसे फेसबुक पर शेयर करते हैं. दूसरा डेटा वो है जो हम विज्ञापन के लिए कलेक्ट करते हैं और वो यूजर के बिहेवियर को लेकर है ताकि उन्हें सही विज्ञापन दिए जा सकें. आप चाहें तो इसे बंद कर सकते हैं ताकि फेसबुक आपका डेटा नहीं ले.
जकरबर्ग - लोग खुद चुनते हैं कि कौन सी जानकारी ऐप डेवेलपर के साथ शेयर करेंगे.
UPDATE: सेनेटर - फेसबुक ट्रेंडिग न्यूज में छेड़छाड़ करता है और जानबूझ कर कई पेज अपने फायदे के लिए डिलीट करता है? ऐसा क्यों हैं? क्या फेसबुक किसी का सपोर्ट करता है? क्या आप 15 हजार लोगों के पॉलिटिकल झुकाव के बारे में जानते हैं?
जकरबर्ग - हम किसी के पॉलिटिकल व्यू के बारे में नहीं पूछते और न ही इससे फेसबुक में जॉब तय किए जाते हैं.
UPDATE: सेनेटर - क्या आपको नहीं लगता कि यूजर्स को साफतौर पर जानकारी मिलनी चाहिए कि उनका डेटा कहां बेचा जा रहा है और कैसे यूज किया जा रहा है?
जकरबर्ग : आपकी बात सही है और मैं इससे सहमत हूं. हमारे पास डाउनलोड योर डेटा टूल है जिससे यूजर्स अपना डेटा डाउनलोड कर सकते हैं
UPDATE : सेनेटर - ऐलेक्जेंडर कोगन के ऐप के टर्म्स ऑफ सर्विस में लिखा था कि वो डेटा बेच सकते हैं? इसके लिए कौन जिम्मेदार है? क्या आपको इसकी जानकारी है? क्या इसके लिए किसी को कंपनी से निकाला गया है?
जकरबर्ग - ऐप रिव्यू टीम इसके लिए जिम्मेदार है, लेकिन अभी तक किसी को निकाला नहीं गया है. मुझे इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. मुझे ऐप के टर्म्स के बारे में जानकारी नहीं है
UPDATE : सेनेटर - अगर हम फेसबुक अकाउंट डिलीट करना चाहें तो क्या हम पहले शेयर किया गया डेटा डिलीट कर सकते हैं? उन डेटा का क्या जो आपने पहले से विज्ञापन के लिए बेच दिया है.
जकरबर्ग - हां आप ऐसा कर सकते हैं. हम विज्ञापन के लिए डेटा नहीं बेचते हैं ये एक गलतफहमी है.
UPDATE : सेनेटर - किस तरह की जानकारियां फेसबुक कलेक्ट कर रहा है और किसे भेज रहा है? हाल ही में मैसेंजर किड्स आया है जो 6-12 साल के बच्चों के लिए है. क्या गारंटी है की बच्चों का डेटा आप शेयर नहीं कर रहे हैं?
जकरबर्ग - यूजर्स के पास कंट्रोल है कि वो किसके साथ क्या शेयर करना चाहते हैं. बच्चों का मैसेंजर कम से कम डेटा यूज किया जाता है और इसे किसी भी थर्ड पार्टी ऐप के साथ शेयर नहीं किया जाएगा.
UPDATE -सेनेटर -क्या आप फेसबुक से कनेक्ट किए गए डिवाइस को ट्रैक करते हैं. क्या फेसबुक डिवाइस को भी ट्रैक करता है? क्रॉस डिवाइस ट्रैकिंग.
जकरबर्ग - मेरे पास अभी इस सवाल का जवाब नहीं है. बाद में इसका जवाब दिया जा सकता है. इसके बारे में मेरे पास इनफॉर्मेशन नहीं है. फेसबुक दूसरे ऐप का डेटा कलेक्ट नहीं करता है. अगर आप गूगल या टेक्स्ट ऐप यूज कर रहे हैं तो फेसबुक इन डेटा को नहीं देखता है.
UPDATE -सेनेटर - क्या सोशल मीडिया पर फेसबुक का एकाधिकारवाद है
जकरबर्ग - मुझे ऐसा नहीं लगता है.
UDPATE - सेनेटर - फेसबुक की वजह से किसी की जान भी जा सकती है ऐसा फेसबुक के ही अधिकारी ने कहा है? इस पर आपका क्या कहना है? आपके प्रतिद्वंदी कौन हैं? क्या आपका सोशल मीडिया पर एकाधिकारवाद है?
जकरबर्ग - मैं इससे सहमत नहीं हूं, उन्होंने इंटरनल नोट में ऐसा लिखा है. गूगल, ऐपल और अमेजॉन हमारे प्रतिद्वंदी हैं. हमारा सोशल मीडिया पर एकाधिकारवाद नहीं है..
UPDATE - सेनेटर - म्यानमार में हेट स्पीच के सैकड़ों की जान गई है जिसमें फेसबुक का भी रोल है
जकरबर्ग - हम इसके लिए काम कर रहे हैं और वहां की भाषा जानने वाले लोगों को हायर कर रहे हैं ताकि इसे रोका जा सके.
UPDATE- क्या लॉग ऑफ होने के बाद भी फेसबुक ब्राउजिंग हिस्ट्री ट्रैक करता है?
मार्क जकरबर्ग - इसका जवाब डीटेल और सटीक देने को कह कर टाल दिया है. यानी जवाब नहीं दिया उन्होंने.
UPDATE - मार्क जकरबर्ग - मैं 2015 में कैंब्रिज अनालिटिका के साथ काम नहीं कर रहा था इसलिए तब इसे बैन करने का कोई सवाल ही नहीं था.
UPDATE - मार्क जकरबर्ग - मुझे पता नहीं था कि कैंब्रिज अनालिटिका ट्रंप के लिए कैंपेन कर रही है
UPDATE - सेनेटर - इलेक्शन में दूसरे देशों के प्रभाव और प्रोपैगेंडा पर फेसबुक कैसे काबू पाएग
मार्क जकरबर्ग - फ्रेंच इलेक्शन, जर्मन इलेक्शन में हमने अच्छा किया है. हमने नया AI टूल शुरू किया है जो गलत जानकारियों को हटाता है और फर्जी अकांउंट को भी डिलीट करता है.
UPDATE: मार्क जकरबर्ग - 5 से 10 साल में AI पूरी तरह से डेवेलप होगा और इससे फेक न्यूज पर काबू पाया जाएगा.
UPDATE: सीनेटर : फेसबुक का इतिहास रहा है डेटा लीक का और 14 साल से आप लगातार माफी भी मांग रहे हैं.
मार्क जकरबर्ग: हमने काफी गलतियां की हैं. इसमें कई गलतियां लोगों को कनेक्ट करने को लेकर की गई हैंय
UPDATE: मार्क जकरबर्ग: फेसबुक का डेटा आप कंट्रोल कर सकते हैं
UPDATE: कैंब्रिज अनालिटिका के मुताबिक उन्होंने फेसबुक हैक नहीं किया है न ही कोई कानून तोड़ा है..
We did not hack Facebook or break any laws – SCL Elections licensed data from a research company called GSR which obtained the data via a tool provided by Facebook, a common practice at the time.
— Cambridge Analytica (@CamAnalytica) April 10, 2018
UPDATE: कैंब्रिज अनालिटिका ने फेसबुक पर वार शुरू कर दिया है, हमला बोलते हुए कई ट्वीट किए हैं.
UPDATE: जकरबर्ग ने जवाब के दौरान अपनी गलती मान ली है और कहा है की मेरी जिम्मेदारी है. गलती मेरी है.
UPDATE: मार्क जकरबर्ग सीनेट मेंबर्स के सवालों का जवाब दे रहे हैं
UPDATE: सवाल पूछा जा रहा है कि अमेरिकी कंज्यूमर आपके ऊपर भरोसा कैसे करें.. की आप उनके डेटा की रक्षा करेंगे..
UPDATE: मेंबर निल्सन का कहना है कि फेसबुक का ट्रैक रिकॉर्ड रहा है डेटा लीक करने का..
UPDATE: हाउस के प्रेसिडेंट ग्रासली ओपनिंग रिमार्क दे रहे हैं..
UPDATE: मार्क जकरबर्ग के साथ कंपनी के पॉलिसी हेड भी मौजूद हैं..
UPDATE: मार्क जकरबर्ग अब शुरुआती भाषण देंगे..
UPDATE : मार्क जकरबर्ग पहुंच चुके हैं और जल्द ही सवालों का दौर शुरू होगा..
Facebook CEO Mark Zuckerberg testifies before lawmakers in the wake of a privacy scandal https://t.co/PzT3UW4Ezy vi… https://t.co/iRSMMTeQjM
— Reuters Top News (@Reuters) April 10, 2018
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फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग दो सीनेट कमीटी के सामने डेटा लीक पर जवाब देंगे. यह ज्वाइंट सेशन है जिसमें 44 सेनेटर्स होंगे और सभी को 5 मिनट दिए जाएंगे. सवाल जवाब का यह दौर दो दिनों तक चलेगा.
पहली बार मार्क जकरबर्ग कांग्रेस के सामने सवालों के जवाब दे रहे होंगे. आम तौर पर टेक्नॉलॉजी कंपनियों के सीईओ कांग्रेस के सामने ऐसे सवालों के जवाब देने से बचते हैं.
फेसबुक के लिए यह काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि ऐसे समय में जब दुनिया भर में फेसबुक की कड़ी आलोचना हो रही है मार्क जकरबर्ग ने तीखे सवालों के जवाब देने का फैसला किया है. ऐपल के सीईओ और को फाउंडर से लेकर एलॉन मस्क और व्हाट्सऐप के को फाउंडर ने फेसबुक की आलोचना की है और इसे डिलीट करने को कहा है.
फेसबुक के मुताबिक लगभग 5 लाख 62 हजार भारतीय यूजर्स का डेटा कैंब्रिज एनालिटिका के साथ शेयर किया गया है. कंपनी ने एक लिस्ट जारी की है जिसमें उन देशों का नाम और प्रतिशत है जहां के यूजर्स का डेटा गलत तरीके से कैंब्रिज एनालिटिका के साथ शेयर किया गया है. इस लिस्टम में भारत का नंबर 7वां है और सभी यूजर्स में से 0.6 फीसदी भारतीय यूजर्स का डेटा शेयर किया गया है.
फेसबुक के लगभग 87 मिलियन यूजर्स का डेटा कैंब्रिज एनालिटिका द्वारा लीक कर दिया गया. इसके बाद फेसबुक ने कई बदलाव किए और 9 अप्रैल से उन यूजर्स को नोटिफिकेशन भेजना शुरू किया है जिनका डेटा इस स्कैंडल में लीक हुआ है. इसके अलावा एक लिंक भी भेजा जा रहा है जिसका टाइटल Protecting Your Information है. इसमें यह बताया गया है कि ऐप्स के साथ आपका कौन सा डेटा शेयर किया गया है.