दुनिया की नंबर 1 सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक भी विवादों से परे नहीं है. कंपनी ने अपने 10 साल के इतिहास में पहली बार हाल ही में अपने स्टाफ का डाटा पेश किया है. हैरान करने वाली बात ये है कि इस बेहद मशहूर सोशल साइट में काम करने वालों में पुरुषों और खासकर श्वेत पुरुषों का ही वर्चस्व है.
कंपनी ने जो डाटा पेश किया है उसके अनुसार दुनियाभर में कंपनी के 6500 कर्चमारियों में से 31 फीसदी महिलाएं हैं, जबकि 69 फीसदी पुरुष कर्मचारी इस कंपनी का कामकाज संभालते हैं. लिंग भेद जैसे काफी नहीं था, फेसबुक ने बताया है कि अमेरिका में कंपनी के लिए काम करने वाले 57 फीसदी लोग श्वेत हैं. अमेरिका में कंपनी के साथ 34 फीसदी एशियाई मूल के लोग जुड़े हैं, जबकि 4 फीसदी लैटिन अमेरिकी, 2 फीसदी ब्लैक और 3 फीसदी अन्य हैं. यही नहीं फेसबुक की टेक टीम में तो और भी ज्यादा लिंगभेद है. यहां 85 फीसदी पुरुष हैं.
इसके अलावा सिलिकॉन वैली की अन्य कंपनियों की ही तरह फेसबुक में भी ऊंचे पदों पर ज्यादातर पुरुष और खासकर श्वेत पुरुष ही हैं. दुनियाभर में फेसबुक में ऊंचे पदों पर बैठे 77 फीसदी कर्मचारी पुरुष हैं, जबकि अमेरिका में 74 फीसदी श्वेत कर्मचारी हैं. ऊंचे पदों पर 19 फीसदी एशियाई मूल के और सिर्फ 8 फीसदी लैटिनी अमेरिकी, ब्लैक व अन्य हैं.
कंपनी ने अपने कर्मचारियों से कहा जैसा कि हमारे आंकड़े दिखा रहे हैं हमें अब भी बहुत कुछ करना है. कंपनी की प्राथमिकता है कि फेसबुक के साथ हर तरह के लोग जुडें.