सोशल मीडिया वेबसाइट फेसबुक लगभग चार महीने से छह देशों में न्यूज कॉन्टेंट को अलग टैब में देने की टेस्टिंग कर रही थी. इसे छह देशों में शुरू किया गया था. इसके तहत एक Explore टैब बनाया गया जिसमें न्यूज और कॉन्टेंट पब्लिशर्स द्वारा शेयर किए जाने वाले कॉन्टेंट दिखाए जाते हैं. यानी यूजर के मुख्य न्यूज फीड में खबरें ज्यादा नहीं दिखतीं और इसे लिमिट किया जाता.
फेसबुक ने कहा है कि अब इसकी टेस्टिंग खत्म की जा रही है. इस टेस्टिंग के पीछे कंपनी की दलील या आईडिया ये था कि मुख्य न्यूज फीड को फैमिली और फ्रेंड्स के पोस्ट्स के लिए रखा जाए, जबकि न्यूज कॉन्टेंट पब्लिशर्स के लिए अलग से Explore फीड तैयार किया जाए.
फेसबुक न्यूज फीड के हेड ऐडम मोसेरी ने आधिकारिक ब्लॉग में कहा है, ‘लोग दो अलग-अलग फीड नहीं देखना चाहते हैं.’ फेसबुक ने कहा है कि ऑक्टूबर से चल रहा यह टेस्ट अनुमान पर खरा नहीं उतरा.
उन्होंने कहा है कि सर्वे के दौरान लोगो ने एक अलग टैब होने पर अपनी नाराजगी जताई है. दो अलग अलग फीड दे कर उन्हें फ्रेंड्स और फैमिली से कनेक्ट करने में कोई मदद कर रहा है.
पिछले साल आखिर में फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने यह कहा था कि न्यूज फीड में दोस्तों और परिवारों की जगह दी जाए. इसलिए ही कंपनी ने न्यूज फीड में न्यूज आर्टिकल्स को 20 फीसदी तक कम किया था.
फेसबुक द्वारा Explore फीड खत्म करने वाला फैसला मीडिया पब्लिशर्स के लिए राहत की खबर है . क्योंकि इससे आम यूजर्स को तो फायदा होता, लेकिन कॉन्टेंट पब्लिशर्स और मीडिया के लिए यह मुश्किल भरा होता. क्योंकि आम तौर पर फेसबुक यूजर एक ही न्यूज फीड पर स्क्रॉल करना चाहता है और ऐसे में खबरों के Explore फीड में जाने से उनपर सीधा असर पड़ता.
अब जब कंपनी ने Explore फीड का कॉन्सेप्ट खत्म करने का सोचा है, तो देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में फेसबुक न्यूज फीड पर तेजी से फैल रहे इस तरह के कॉन्टेंट्स से फेसबुक कैसे निपटता है यानी यूजर्स को दिक्कत न हो इसके लिए फेसबुक की अगली स्ट्रैटिजी क्या होती है.