जो लोग व्हाट्स एप्प इस्तेमाल करते हैं वे उसके फायदे जानते हैं. लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि एक सेवा इससे भी बेहतर है. जी हां, यह है फायर चैट. यह कम्यूनिकेशन का नया और दिलचस्प माध्यम है. पिछले साल इसने जन्म लिया था और अब यह तेजी से पॉपुलर हो रहा है.
पहले यह सिर्फ आईफोन के जरिए हो सकता था लेकिन अब इसे एंड्रॉयड में भी उपलब्ध करा दिया गया है. यह व्हाट्स एप्प से कई मायने में अलग है, इसकी सबसे बड़ी खूबी यह है कि यह सेल्यूलर नेटवर्क के बगैर भी चल सकता है. यानी जहां नेटवर्क न भी हो वहां यह काम कर सकता है. इसके लिए वाई-फाई हॉटस्पॉट की भी जरूरत नहीं है. दरअसल यह हर स्मार्टफोन को दूसरे से सीधे जुड़ने का मौका देता है.
कोई भी दो स्मार्टफोन (या कई सारे) अगर आपस में जुड़ जाते हैं तो संदेशों का आदान-प्रदान हो सकता है. जुड़ने का अर्थ है कि वे अपने ब्लू टूथ या वाई-फाई रेडियो के जरिए एक-दूसरे से जुड़ जाते हैं. यह व्हाट्स एप्प से इस मायने में कहीं बेहतर है और इसमें एक दूसरे की मदद से एक श्रृंखला बन जाती है और वे आपस में संदेशों का आदान-प्रदान करने लग जाते हैं.
यह एप्प एक लोकल चैटरूम की तरह काम करता है. आपको बस एक यूजर नेम चुनना है. किसी पासवर्ड की जरूरत नहीं है. इसके जरिये आप हर उस किसी से बातचीत कर सकते हैं जो आपके नजदीक है. अब यह सुविधा एंड्रॉयड में भी उपलब्ध है.
इसके कई फायदे हैं. मसलन अगर आप किसी ऐसी जगह फंस जाते हैं जैसे सबवे वगैरह तो वहां आप मजे से संदेश ले-दे सकते हैं. इसी तरह आप उन जगहों पर इसका फायदा उठा सकते हैं जहां नेटवर्क जाम हो जाता है.
फिलहाल यह व्यवस्था कम दूरी के लिए है लेकिन कंपनी मेश नेटवर्किंग टेक्नोलॉजी के जरिये इसे दूर तक पहुंचाने की कोशिश कर रही है. इस टेक्नोलॉजी में हर फोन को एक संदेश प्रेषक माध्यम की तरह इस्तेमाल करके एक पूरा नेटवर्क बनाया जा सकता है. इसमें संदेश एक फोन से उछलकर दूसरे, तीसरे, चौथे और आगे भी चलता जाएगा. हर फोन एक टॉवर की तरह काम करेगा.
इसकी एक और खूबी है. इसमें प्रवेश करने के लिए कोई रोक-टोक नहीं है. कोई भी किसी भी ग्रुप में जा सकता है.