भारतीय ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट के ग्रुप सीईओ और को-फाउंडर बिन्नी बंसल ने इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफे की वजह इंटरनल जांच बताई जा रही है. यह जांच दुराचार को लेकर की गई है और इससे बिन्नी आहत थे. गौरतलब है कि अमेरिकी ई-कॉमर्स कंपनी वॉलमार्ट ने कुछ महीने पहले ही फ्लिपकार्ट का अधिग्रहण किया है.
वॉलमार्ट ने एक प्रेस स्टेटमेंट में कहा है, ‘दुराचार के आरोप को लेकर फ्लिपकार्ट और वॉलमार्ट की की तरफ से इंडिपेंडेंट जांच हुई है. हालांकि इसमें बिन्नी बंसल को लेकर कोई आरोप साबित नहीं हुए हैं फिर भी उन्होंने कंपनी छोड़ने का फैसला किया है, क्योंकि यह जांच प्रोसेस उन्हें डिस्ट्रैक्टिंग लगी है’
वॉलमार्ट के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘बिन्नी का फैसला एक इंडिपेंडेंट जांच के बाद आया है जो फ्लिपकार्ट और वॉलमार्ट की तरफ से की गई थी. आरोप निजी दुराचार को लेकर था. उन्होंने कड़े तौर पर अपने ऊपर लगे इस आरोप को खारीज किया था. लेकिन फिर भी हमारे ऊपर इस जांच को सही तरीके से पूरा करने की जिम्मेदारी थी’
वॉलमार्ट के बयान में यह भी कहा गया है कि इस जांच में लैप्स ऑफ जजमेंट पाया गया है. स्टेटमेंट में कहा गया है, ‘इस जांच में बिन्नी के ऊपर लगे आरोपों पर कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला है, लेकिन इस जांच से दूसरे लैप्स इन जजमेंट सामने आए हैं जिसकी वजह से पार्दर्शिता पर असर पड़ा है, इस मामले मे पर जिस तरह से बिन्नी ने रेस्पॉन्ड किया है इसके बाद हमें उनके इस्तीफे के फैसले को मानना पड़ रहा है’
वॉलमार्ट ने कहा है कि अब कल्यान कृष्णमूर्ति फ्लिपाकर्ट, मिंत्रा और जबॉन्ग के सीईओ बने रहेंगे. हालांकि मिंत्रा और जबॉन्ग अलग प्लेटफॉर्म हैं और ऐसे ही काम करते रहेंगे.
बयान और रिपोर्ट्स से अब तक यह नहीं पता चल पाया है कि आखिरकार हुआ क्या था और बिन्नी बंसल पर क्या आरोप थे. यहां सिर्फ सीरियस पर्सनल मिसकंडक्ट की बात हो रही है. बताया जा रहा है कि कंपनी में ही किसी ने बिन्नी बंसल के खिलाफ शिकायत की थी.
बिन्नी बंसल के कंपनी छोड़ने के बाद अब फ्लिपकार्ट के दोनों फाउंडर्स ही फ्लिपकार्ट के लिए काम नहीं करेंगे. वॉलमार्ट डील के बाद सचिन बंसल ने कंपनी छोड़ दी थी. इसकी एक वजह ये भी थी कि वॉलमार्ट ने बिन्नी बंसल को सीईओ बनाने का मन बना लिया था.फ्लिपकार्ट से अलग होने के बाद कंपन के सह संस्थापक सचिन बंसल ने एक लेटर में लिखा था कि वो अब कुछ नया करेंगे और वो बाहर से फ्लिपकार्ट को आगे बढ़ता हुए देखेंगे.