ई-कॉमर्स दिग्गज फ्लिपकार्ट के ग्रुप सीईओ बिन्नी बंसल ने अपने पद से इस्तीफा देने के बाद कंपनी के कर्मचारियों के लिए अपना लेटर साझा किया है. इसमें उन्होंने कहा कि साल 2007 में हमने मामूली संसाधनों के साथ फ्लिपकार्ट की यात्रा शुरू की थी. इस दौरान सफर कठिन भी रहा, लेकिन हमें सफलता भी मिली. इस साल की शुरुआत में हमनें वॉलमार्ट के साथ साझेदारी की. वो हमारे बेहतरीन पार्टनर हैं और मैं हमारे अच्छे भविष्य के लिए आशावादी हूं.
बता दें कि मंगलवार को फ्लिपकार्ट के ग्रुप सीईओ बिन्नी बंसल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इसकी जानकारी कंपनी ने एक बयान जारी कर दी. कंपनी ने कहा कि बिन्नी कंपनी की स्थापना से लेकर अब तक कंपनी का अहम हिस्सा रहे हैं. बिन्नी बंसल का यह इस्तीफा ऐसे समय में आया है, जब उनके खिलाफ पर्सनल मिसकंडक्ट करने के आरोप में जांच चल रही थी.
फ्लिपकार्ट फैमिली के लिए अपने लेटर में बिन्नी ने कहा कि वॉलमार्ट के साथ सौदा हो जाने के बाद उनकी इच्छा कुछ और तिमाहियों तक वर्तमान भूमिका में रहने की थी. हालांकि हाल में हुई कुछ व्यक्तिगत घटनाओं की वजह से उन्हें जल्द इस्तीफा देने पड़ गया. उन्होंने कहा, ये घटनाएं मेरे खिलाफ किए गए गंभीर व्यक्तिगत दुर्व्यवहार के दावे से संबंधित हैं. आरोपों ने मुझे चकित कर दिया और मैं इन्हें सिरे खारिज करता हूं.
इस घटना के बाद से मेरे और मेरे परिवार के लिए समय चुनौतीपूर्ण रहा है. मुझे चिंता थी कि ये घटना मेरी कंपनी और मेरी टीम के लिए परेशानी खड़ी कर सकती है. इन सारी बातों को ध्यान में रखकर मैंने अध्यक्ष और समूह के सीईओ के पद से इस्तीफा देना बेहतर समझा.
बिन्नी ने कहा कि मैं कंपनी में एक बड़ा शेयरहोल्डर बना रहूंगा और बोर्ड ऑफ डॉयरेक्टर्स के सदस्य के रूप में अपनी सेवाएं जारी रखूंगा. मैं आश्वस्त हूं कि कंपनी कल्याण, अनंत और समीर जैसे अनुभवी लीडर्स के हाथ में है.
पढ़ें वॉलमार्ट की बिन्नी बंसल के इस्तीफे पर सफाई
उनके खिलाफ यह जांच पर्सनल मिसकंडक्ट के आरोप को लेकर की जा रही थी. वॉलमार्ट ने अपने बयान में कहा कि बिन्नी ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है. हालांकि इसके बाद भी यह हमारी जिम्मेदारी थी कि हम इस मामले में जांच करें.
वॉलमार्ट ने आगे कहा कि वैसे जांच में बंसल के खिलाफ उसे कोई सबूत तो नहीं मिले. लेकिन इसमें फैसले को लेकर कई और खामियां सामने जरूर आईं. इसमें पारदर्शिता का मुद्दा भी शामिल था. इसको लेकर बिन्नी का जो रवैया रहा. उसको देखते हुए ही हमने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया है.
वॉलमार्ट की तरफ से जारी बयान में सचिन बंसल के इस्तीफा देने के लिए पर्सनल मिसकंडक्ट को वजह बताया गया है. यहां बता दें कि सीरियस पर्सनल मिसकंडक्ट का आशय निजी स्तर पर दुर्व्यवहार का मामला हो सकता है. जिसमें कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार जैसी घटनाएं शामिल हो सकती हैं.
बता दें कि वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट में 77 फीसदी की हिस्सेदारी खरीदी है. इसी साल मई में यह 16 अरब डॉलर की डील हुई थी.