जर्मनी ने फेसबुक को व्हाट्सऐप से यूजर्स का डेटा कलेक्ट न करने का आदेश दिया है. हाल ही में व्हाट्सऐप ने पॉलिसी में बदलाव किया है जिसके तहत सभी व्हाट्सऐप यूजर्स का डेटा फेसबुक को दिया जाएगा. इसमें फोन नंबर और दूसरी जानकारियां शामिल होंगी.
जर्मनी की एक वॉचडॉग ने एक बयान जारी किया है जिसमें कहा गया है कि व्हाट्सऐप का यूजर डेटा फेसबुक के साथ शेयर करना नेशनल डेटा प्रोटेक्शन कानून के खिलाफ है. रेग्यूलेटरी बॉडी ने फेसबुक को यह भी आदेश दिया है कि जितने यूजर्स के व्हाट्सऐप डेटा फेसबुक के साथ शेयर किए गए हैं उन्हें सर्वर से हटा ले.
भारतीय यूजर्स के डेटा फेसबुक के साथ होंगे शेयर
अगर हम भारत की बात करें तो यहां ऐसा नहीं होगा. हाल ही में इस पॉलिसी के खिलाफ जब याचिका दायर की थी. दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा था कि 26 सितंबर से पहले व्हाटसऐप यूजर्स के डेटा फेसबुक के साथ शेयर नहीं करेगी. इसके बाद अगर यूजर चाहें तो अपनी प्रीवेसी के लिए व्हाट्सऐप डिलीट कर सकते हैं.
हैंबर्ग के डेटा प्रोटेक्शन एंड फ्रीडम ऑफ इनफॉर्मेशन के कमिशनर जॉनेस कैस्पर ने फेसबुक को यह याद दिलाते हुए कहा कि 2014 में जब व्हाट्सऐप का अधिग्रहण कर रही थी तो व्हाट्सऐप ने अपने यूजर्स से वादा किया था कि वो उनके डेटा शेयर नहीं करेगी.
उन्होंने देश के 35 मिलियन व्हाट्सऐप यूजर्स की सिक्योरिटी का हवाला देते हुए कहा है कि फेसबुक जल्द से जल्द व्हाट्सऐप से लिए गए डेटा को डिलीट करे.
फेसबुक के एक प्रवक्ता ने कहा, 'फेसबुक यूरोपियन यूनियन के डेटा प्रोटेक्शन कानून के अधीन है. हम हैंबर्ग डेटा प्रोटेक्शन एंड फ्रीडम ऑफ इनफॉर्मेशन के साथ इस मुद्दे पर मिलकर काम करेंगे'
व्हाट्सऐप ने तोड़ दिया यूजर से किया वादा
यहां आपको बताना जरूरी है कि जब फेसबुक ने व्हाट्सऐप को 2014 में खरीदा था तो इसके को फाउंडर जेन कोम ने यूजर्स को भरोसा दिलाया था कि उनकी प्रीवेसी से कोई खिलवाड़ नहीं होगा. लेकिन अब ऐसा नहीं है व्हाट्सऐप अपनी पेरेंट कंपनी फेसबुक को आपका डेटा देगी ताकि वो आपकी निजी जिंदगी के बारे में अच्छे से सेंध लगा कर विज्ञापनों के जरिए आपका जीना मुहाल कर सके.