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ये है अनोखा म्यूजियम, रखे जाते हैं फ्लॉप प्रोडक्ट्स

स्वीडन में नए खोले गए संग्रहालय में गूगल और ऐपल के दो फेल हो गए प्रोडक्ट को रखा गया है, जो या तो समय से पहने ही बना लिए गए, या फिर इनको बनाने का विचार ही खराब था.

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नोकिया एन-गेज, फोटो क्रेडिट- dw डॉट कॉम
नोकिया एन-गेज, फोटो क्रेडिट- dw डॉट कॉम

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गूगल और ऐपल को हालांकि किसी असफलता के साथ नहीं जोड़ा जाता, लेकिन इनोवेशन के जोखिम भरे कारोबार में कुछ भी संभव है. स्वीडन में नए खोले गए संग्रहालय में इन दोनों कंपनियों के दो फेल हो गए प्रोडक्ट को रखा गया है, जो या तो समय से पहने ही बना लिए गए, या फिर इनको बनाने का विचार ही खराब था.

इस संग्रहालय की स्थापना क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट सैमुअल वेस्ट ने की है. इसे 7 जून को आम जनता के लिए खोला गया, जहां दुनिया भर के 70 फेल प्रोडक्ट्स और सेवाओं का प्रदर्शन किया गया है.

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वेस्ट ने सीबीएस न्यूज को बताया, 'हम जानते हैं कि करीब 80 से 90 फीसदी इनोवेशन वाले प्रोडक्ट असफल हो जाते हैं और आप उन्हें नहीं देख पाते, लोग उनके बारे में बातें नहीं करते. और अगर हम इन असफलताओं से कुछ कर सकते हैं तो हम उससे सीख सकते हैं.'

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इस लिस्ट में नोकिया एन-गेज डिवाइस, ऑरविटोक्लास्ट लोबोटोमी (मेडिकल डिवाइस), हार्ले डेविनसन परफ्यूम , कोडक डिजिटल कैमरा, सोनी बेटामैक्स और लीगो फाइबर ऑप्टिक्स भी शामिल है. यह जानकारी म्यूजियम ऑफ फेलियर के वेबसाइट से मिली है.

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