दिग्गज आईटी कंपनी गूगल ने एक ऐसे ऐप टीजी को पकड़ने में बड़ी कामयाबी पाई है, जो कि फेसबुक और व्हाट्सऐप जैसे सोशल मीडिया ऐप के साथ-साथ फोन से सूचनाएं चुराता है. यह ऐप मोबाइल फोन के कॉल रिकार्ड से भी सूचनाएं चुरा लेता है और यह काम इतनी सफाई से करता है कि उपयोक्ता को भनक तक नहीं लगती.
इसका खुलासा गूगल के एक ब्लाग पोस्ट में हुआ है. इसके मुताबिक टीजी ऐप लोकप्रिय सोशल मीडिया ऐप से संवेदनशील डाटा चुराने के लिए फोन में स्पाइवेयर इंस्टाल कर देता है. गूगल प्ले प्रोटेक्ट सिक्युरिटी की टीम को इस ऐप की जानकारी सितंबर 2017 में डिवाइस स्कैन के दौरान मिली.
कंपनी ने इस ऐप को प्ले स्टोर से हटा दिया और सभी प्रभावित डिवाइसों को इस बारे में सूचना भेजी. कंपनी ने इस ऐप के डेवल्पर के एकाउंट को निलंबित कर दिया है. इसमें कहा गया है कि टीजी के पहले वाले संस्करण में रूटिंग क्षमताएं नहीं थी, लेकिन बाद में ये आईं और इसने उपकरणों से संवेदनशील सूचनाएं चुरानी शुरू कर दी.
गूगल हमेशा साइबर सुरक्षा को लेकर कदम उठाता रहता है. साथ ही स्किल ट्रेनिंग कार्यक्रम भी बढ़ावा दे रहा है. हाल ही में गूगल ने भारत में स्कॉलरशिप प्रोग्राम की शुरुआत की. इसके लिए गूगल ने प्लूरलसाइट और उडासिटी के साथ साझेदारी की. कंपनी ने इस स्कॉलरशिप प्रोग्राम के तहत भारत में 130 हजार डेवेलपर और छात्रों को स्किल ट्रेनिंग देने का टार्गेट रखा है. गूगल ने इनमें से 100 हजार स्कॉलरशिप प्लूरलसाइट टेक्नॉलॉजी लर्निंग कर्रिकुलम पर स्कॉलरशिप देने का ऐलान किया है, जबकि 30 हजार स्कॉलरशिप उडासिटी पर दिया जाएगा.