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आखि‍र किस मजबूरी में Google कर्मचारी ने एक ट्रक को बनाया अपना आशियाना !

अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को के इलाके में हाई रेंट से निजात पाने के लिए गूगल के एक कर्मचारी ने कंपनी के कैंपस के पास एक ट्रक को ही अपना ठिकाना बना लिया है.

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ब्रैंडन ने अपने ब्लॉग पर ट्रक में बने इस कमरे की फोटो पोस्ट की है
ब्रैंडन ने अपने ब्लॉग पर ट्रक में बने इस कमरे की फोटो पोस्ट की है

अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को के इलाके में हाई रेंट से निजात पाने के लिए गूगल के एक कर्मचारी ने कंपनी के कैंपस के पास एक ट्रक को ही अपना ठिकाना बना लिया है.

अगर आप सोच रहे होंगे कि उनकी ट्रक में उनकी जिंदगी कितनी मुशक्कत भरी होगी, तो आप गलत हैं. उनकी जिंदगी बिल्कुल आसान है और मजे से कट रही है. यही नहीं, उन्हें भारी भरकम किराए से निजात भी मिल रही है.

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दिलचस्प बात यह है कि वे इस ट्रक को सिर्फ सोने के लिए इस्तेमाल करते हैं, क्योंकि मजेदार खाने- पीने से लेकर वॉशिंग मशीन में कपड़े धोने तक का काम तो वे गूगल के दफ्तर में फ्री में ही कर लेते हैं. जी आपने बिल्कुल सही जाना - गूगल के दफ्तर में खाना और कपड़ा धोना मुफ्त है. 

ब्रैंडन एस नाम के 23 साल के गूगल कर्मचारी ने एक ब्लॉग की शुरुआत की है, जिसमें वह अपनी जिंदगी से जुड़ी बातें शेयर करते हैं. ब्लॉग में उन्होंने कहा, ' मैं सैन फ्रांसिस्को के 'बे एरिया' में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर काम करता हूं और मैंने एक ट्रक को अपना घर बना लिया है'.

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ब्रैंडन के मुताबिक, वह शाम 7:30 बजे के बाद खाना नहीं खाते और सोने से पहले दफ्तर का वॉशरूम यूज कर लेते हैं. सुबह उठते ही बाइक से गूगल के दफ्तर जाते हैं और जिम व वॉशरूम यूज करते हैं.

उन्होंने अपने ब्लॉग में यह भी लिखा- 'मैं दफ्तर में शाम 5 या 6 बजे तक काम करता हूं और इसके बाद दोस्तों के साथ घूमने निकल जाता हूं. अपना काम निपटा कर रात के 8:30 से 9 बजे के बीच में मैं अपने ट्रक में आकर सो जाता हूं'.

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