इंटरनेट पर दुनिया भर में बढ़ते बाल यौन शोषण को रोकने के लिए गूगल, फेसबुक और ट्विटर एक मंच पर आ गए हैं. बाल यौन शोषण से जुड़े फोटोज को इंटरनेट से हटाने और इंटरनेट पर फैल रहे बाल यौन शोषण को रोकने के लिए फेसबुक , गूगल और ट्विटर ब्रिटेन की चैरिटी इंटरनेट वाच फाउंडेशन के साथ मिलकर काम कर रहीं हैं.
यह कंपनियां डिजिटल फिंगरप्रिंट्स तकनीक पर काम कर रहीं हैं जिसके जरिए बाल यौन शोषण से जुड़ा कोइ भी फोटो इंटरनेट पर पोस्ट होते ही रिमूव हो जाएगा.
पिछले दिनो ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने यह ऐलान किया था कि ब्रिटेन की सुरक्षा एजेंसियां उनलोगों के खिलाफ मुहिम चलाएंगी जो बाल यौन शोषण की फोटो और वीडियो का अवैध धंधा करते हैं जिसे डार्क ट्रेड के नाम से भी जाना जाता है. इंटरनेट कंपनियां एक ऐसा सिस्टम डेवेलप कर रही हैं जिसे ‘हैश’ कहा जाता है. इस सिस्टम के तहत अगर कोई भी बाल यौन शोषण से जूड़ी फोटो इंटरनेट पर अपलोड करेगा उसकी रिपोर्ट खुद इंटरनेट वाच फाउंडेशन पर चली जाएगी फिर इंटरनेट वाच फाउंडेशन इंटरनेट कंपनियों को उस फोटो को हटाने की रिक्वेसट भेजकर उसे इंटरनेट से रिमूव करा देगा.
हालांकि इंटरनेट कंपनियां अश्लील फोटोज को रिमूव करने के लिए पहले भी URL Blocking तकनीक का इस्तेमाल करती आईं हैं पर यह सिस्टम उससे ज्यादा कारगर माना जा रहा है. यह सिस्टम उस फोटो को भी रिमूव कर देगा जिसे चाइल्ड अब्यूजर कई नामों से पोस्ट करते हैं.
इंटरनेट वाच फाउंडेशन की चीफ एग्जीक्यूटिव स्यूसी हारग्रेव के मुताबिक ‘इंटरनेट वाच फाउंडेशन हैश तकनीक’ इंटरनेट पर बढ़ते हुए बाल यौन शोषण के लिए गेम चेंजर का काम करेगी. साथ ही दुनिया भर में फैल रहे बाल यौन शोषण की फोटो पर रोग लगाएगी.
देखें इंटरनेट वाच फाउंडेशन का ट्वीट
New technology "game-changer" in fighting online #ChildSexualAbuse images, as featured by #r4today @sima_kotecha http://t.co/dnYxQNB8Uq
— IWF Hotline (@IWFhotline) August 10, 2015
कैसे काम करेगा IWF HASH देखें फ्लो डाइग्राम