मोटोरोला ने अपना नया फोन मोटो X लॉन्च कर दिया है. मोटोरोला ने गूगल की देखरेख में पहली बार कोई स्मार्टफोन बाजार में उतारा है. साल 2012 में गूगल ने मोटोरोला को खरीद लिया था. यह फोन अगस्त के आखिर या सितंबर की शुरुआत में अमेरिका, कनाडा और लैटिन अमेरिका में मिलने लगेगा. इस फोन की कीमत 2 साल के कॉन्ट्रैक्ट के साथ 199 डॉलर (भारतीय रुपये में करीब 12,100 रुपये) है. इस फोन में खास तरह के कुछ फीचर्स हैं:
गूगल ग्लास और क्रोम के वॉइस सर्च फीचर की तरह यूजर वॉयस कमांड से Moto X को कंट्रोल कर सकते हैं. यानी कि आपकी आवाज सुनते ही आपका फोन हुक्म की तामील कर देगा. इस वॉयस कमांड को "ओके, गूगल नाउ" (Okay, Google Now) से जोड़ा गया है. इससे यूजर्स गूगल नाउ को भी एक्सेस कर पाएंगे. हैरान करने वाली बात यह है कि आपको अपना फोन टच करने या उसे जेब से बाहर निकालने की भी जरूरत नहीं है. अगर गूगल नाउ इनेबल्ड होगा तो आपकी आवाज सुनकर ही यह अपना काम कर देगा.
इसमें 316 PPI पिक्सल डेंसिटी और 1280x768 पिक्सल रिजॉल्यूशन वाला 4.7 इंच का AMOLED डिस्प्ले है. इस तरह की स्क्रीन पहले कुछ नोकिया फोन्स में इस्तेमाल की गई थी. इस स्क्रीन की खासियत यह है कि आप अपना फोन अनलॉक किए बिना ही मैसेज पढ़ सकते हैं, टाइम देख सकते हैं और यहां तक की कॉल भी कर सकते हैं.
इस फोन में शेक जेशचर नाम का फीचर है, जो सीधे-सीधे फोन का कैमरा एप खोल देता है. अगर आपको झट से कोई तस्वीर खींचनी है तो बस आपको दो बार फोन हिलाना होगा. इसके बाद आपको फोटो खींचने के लिए स्क्रीन को टच करना होगा. यह विंडोज फोन के कैमरा एप की ही तरह है.
एंड्रॉयड 4.2.2 पर चलने वाले इस फोन में 1.7 GHZ ड्यूल कोर मोटोरोला X8 मोबाइल कंप्यूटिंग प्रोसेसर है. इसमें एड्रिनो 320 GPU (ग्राफिकल प्रोसेसिंग यूनिट) है. इमसें 2 GB रैम है. हालांकि इसमें इंटरनल स्टोरेज में 16 GB और 32 GB का ऑप्शन है, लेकिन एक्सटर्नल मेमरी कार्ड नहीं लगेगा.
इस फोन को काफी हद तक कस्टमाइज किया जा सकता है. यूजर्स अपनी पसंद के मुताबिक फोन का बाहरी हिस्सा चुन सकते हैं. फोन के पिछले हिस्से और अगले हिस्से समेत चुनने लायक सभी चीजों को मिलाकर 2000 से ज्यादा कॉम्बिनेशन में से आप अपना फोन चुन सकते हैं. कॉम्बिनेशन चुनने के बाद कंपनी अमेरिका में 4 दिन के भीतर फोन डिलिवर कर देगी. पसंद ना आने पर फोन को रीडिजाइन या वापस करने की सुविधा भी है. इस सुविधा को सिर्फ अमेरिका तक सीमित रखा गया है.