अब से ठीक 11 दिन के बाद यानी 16 फरवरी को गूगल टॉक मैसेंजर बंद हो जाएगा. विश्वभर में करोड़ों यूजर लम्बे समय से इसका इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसकी वजह से वो इसे छोड़ना नहीं चाहते हैं.
गूगल के अनुसार हैंगाउट्स ऐप ही गूगल का भविष्य है और जीटॉक को बंद करना एक सही फैसला है. जब से गूगल ने जीटॉक के लिए सिक्योरिटी और वर्जन सपोर्ट सर्विस देना बंद किया है, तभी से इसके बंद होने की अटकलें लगाई जा रही थीं. इससे पहले गूगल अपनी सोशल नेटवर्किंग साइट ऑरकुट को भी 30 सितम्बर 2014 को बंद कर चुका है.
गूगल ने अब ये साफ कर दिया है कि इस इंस्टेंट मेसेजिंग सर्विस को हैंगाउट्स ऐप जरूर रिप्लेस करेगा और 16 फरवरी जीटॉक का आखिरी दिन होगा. हालांकि हैंगाउट्स अभी तक ज्यादातर लोगों को पसंद नहीं है मगर ये ऐप फोन-टैबलेट-पीसी सभी के लिए आसानी से उपलब्ध है.