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केरल बाढ़: फर्जी खबरों से बचने में काम आ सकता है Twitter

राज्य के उत्तरी और मध्य हिस्से में आठ अगस्त से हुई भारी बारिश के कारण भीषण बाढ़ के हालात बने हुए हैं, जोकि केरल के इतिहास में सबसे खराब स्थिति है.

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प्रतीकात्मक फोटो
प्रतीकात्मक फोटो

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अगर आप केरल में हैं और बाढ़ में फंसे हुए हैं तो ट्विटर आपको फर्जी खबरों से सचेत कर सकता है. संचार सेवाएं बंद होने और इंटरनेट की कनेक्टिविटी खराब रहने की सूरत में डेटा फ्रेंडली ट्विटर लाइट आपको सरकारी एजेंसियों, राहत पहुंचाने वाले संगठनों, मीडिया और रक्षक दलों से आसानी से संपर्क साधने मदद कर सकता है.  

महज #KeralaFloods और #KeralaFloods2018 जैसे हैसटैग का उपयोग करके कोई भी राहत केंद्रों के ठिकानों जैसे राहत कार्य के संबंध में सूचना ले सकता है.  

अन्य हैशटैग जैसे हैश #OpMadad से सहायता या बचाव कार्य और #KeralaFloodRelief से केरल बाढ़ पीड़ितों के लिए धन जुटाने में मदद मिल सकती है.  

हालिया सूचनाओं से जुड़े रहने के लिए आप ट्विटर 'मोमेंट्स' को तलाश सकते हैं. ये 40 भाषाओं में उपलब्ध है और इसे ऑफलाइन भी ऐक्सेस किया जा सकता है. मोमेंट्स किसी भी बड़े घटनाक्रम से संबंधित ट्वीट्स दिखाता है. इसके अलावा कोई चाहे तो हालात से संबंधित क्रोनोलॉजिकल अकाउंट भी बना सकता है और यहां से लोगों को जानकारी मिल सकती है.  

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इसके अलावा लोग सरकारी एजेंसियों जैसे नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स के लिए (@NDRFHQ), इंडियन नेवी के लिए (@indiannavy), प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो के लिए (@PIBIndia), केरल के मुख्यमंत्री के लिए (@CMOKerala) और इंडियन कोस्ट गार्ड के लिए (@IndiaCoastGuard) पर संपर्क कर सकते हैं. यहां लोगों विश्वसनीय सूत्रों से ताजा खबरें मिल जाएंगी.

जिन सूचनाओं को आप वेरिफाई नहीं कर सकते हैं, उन्हें साझा करने से बचें. साथ ही एक बार मदद मिल जाने के बाद ट्वीट अपडेट करना ना भूलें. वर्ना दूसरे भी आपको मदद पहुंचाने की कोशिश में समय गंवा सकते हैं. केरल में बाढ़ की वजह से अब तक तकरीबन 40 लोगों की मौत हो गई है और और करीब 54,000 लोग बेघर हो गए हैं.  

(इनपुट-आईएएनएस)

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