देश में तेजी से डिजिटीकरण हो रहा है और साल 2021 तक इंटरनेट यूजर्स की संख्या बढ़कर 82.9 करोड़ (जनसंख्या का 59 फीसदी) हो जाएगी, जो साल 2016 में 37.3 करोड़ (जनसंख्या का 28 फीसदी) थी. सिस्को के 'विजुअल नेटवर्किंग इंडेक्स (VNI) पूर्ण अनुमान' के मुताबिक, देश में 2021 तक कुल दो अरब कनेक्टेड डिवाइसेज होंगे, जो कि साल 2016 में 1.4 अरब थे.
सिस्को इंडिया और सार्क के सर्विस प्रोवाइडर बिजनेस के मैनेजिंग डायरेक्टर संजय कौल ने एक बयान में कहा, 'भारत में मोबाइल नेटवर्क , डिवाइस और कनेक्सन्स न सिर्फ अपनी कंप्यूटिंग क्षमताओं में ज्यादा से ज्याद स्मार्ट बन रहे हैं, बल्कि लोवर जेनरेशन नेटवर्क कनेक्टिविटी (2G) से हायर जेनरेशन नेटवर्क कनक्टिविटी (3G, 3.5G और 4G या LTE) की तरफ विकसित हो रहे हैं.'
कौल ने कहा, 'इन डिवाइसों की क्षमता के साथ तेज और उच्च बैंड्सविथ वाले और अधिक बुद्धिमान नेटवर्क के होने से उच्च बैंड्सविथ डेटा, वीडियो और उन्नत मल्टीमीडिया एप्लिकेशन का इस्तेमाल बढ़ा है. इससे मोबाइल और वाईफाई के ट्रैफिक में बढ़ोतरी हुई है.'
साल 2016 से 2021 के बीच IP ट्रैफिक में सालना 30 फीसदी की वृद्धि दर देखने को मिलेगी और यह 2021 तक 6.5 एक्साबाइट्स हो होगी जोकि साल 2016 में प्रति महीने 1.7 एक्साबाइट्स है.