सोशल मीडिया आज लोगों को बहुत प्रभावित कर रहा है. इसके जितने फायदे हैं उतने ही नुकसान भी सामने आ रहे हैं. एक नए अध्ययन में बताया गया है कि फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया पर बहुत छहरहरी काया वाली महिलाओं की तस्वीरें देखने से महिलाओं में शरीर के प्रति असंतुष्टि और खाने संबंधी विकार हो सकते हैं.
अध्ययन में बताया गया है कि ऐसी तस्वीरों को शरीर के विशेष अंगों को दिखाने के लिए क्रॉप किया जाता है. इन तस्वीरों को देखकर युवतियां ये सोचने लगती हैं कि क्या वे भी ऐसी दिख सकती हैं. किशोरियां और यहां तक की युवतियां इन तस्वीरों से आकर्षक, फिट और सुंदर लगने की प्रेरणा लेती हैं.
डेविस की यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया से जननाथ गजनवी ने बताया, 'वे सोशल मीडिया पर कम कपड़े पहने हुए कामुक महिलाओं और उनके अंगों की तस्वीरें खोजने की कोशिश करेंगी.' अध्ययन के लिए गजनवी और सहायक प्रोफेसर लारामी टेलन ने 'थिनस्पेरिशन' और 'थिनस्पो' के तौर पर ट्विटर और पिनटेरेस्ट पर पोस्ट की गई लगभग 300 तस्वीरों का परीक्षण किया और पाया कि बहुत छरहरी काया वाली लड़कियों की छावियों को बढ़ावा देना खान-पान के विकार का कारण बनता सकता है.
गजनवी ने बताया, 'इससे इन लड़कियों और महिलाओं को छरहरी काया पाने के लिए कड़े आहार नियम पालन करने, अधिक व्यायाम करने और अन्य हानिकारक व्यवहार करने की प्रेरणा मिल सकती है.' ऐसी क्रिया बार-बार करने से शारीरिक अंसंतुष्टि और खान-पान के व्यवहार में विकार हो सकता है. यह अध्ययन 'बॉडी इमेज: एन इंटरनेशनल जर्नल ऑफ रिसर्च' में प्रकाशित हुआ था.
इनपुट IANS से