इन दिनों कंप्यूटर बाजार पर एप्पल और माइक्रोसॉफ्ट का कब्जा है. आप चाहें एप्पल का MAC सिस्टम चुनें या पर्सनल कंप्यूटर (PC), दोनों के अपने फायदे हैं. अगर आप सिस्टम खरीदना चाहते हैं और Mac और PC के बीच कंफ्यूज हैं तो आपके लिए ये टिप्स हैं:
ऑपरेटिंग सिस्टम
MAC का ऑपरेटिंग सिस्टम पीसी से बिल्कुल अलग होता है. यह Mac OS पर चलता है जबकि पीसी विंडोज पर. Mac OS ज्यादा सक्षम है और उसमें एरर की गुंजाइश कम है. हालांकि विंडोज सिस्टम में सर्विस पैक होता है जिसमें सिस्टम परफॉर्मेंस सुधारने से जुड़े अपडेट भी शामिल होते हैं. सामान्य तौर पर सब कुछ सीपीयू के प्रयोग पर डिपेंड करता है. पीसी लाइनक्स, यूनिक्स और कुछ अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम पर भी चलता है.
एप्लीकेशन
विंडोज में एप्लीकेशंस ज्यादा उपलब्ध हैं, इससे इनकार नहीं किया जा सकता. हालांकि कुछ ऐसे सॉफ्टवेयर भी हैं जो दोनों ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलते हैं. पर MAC के सॉफ्टवेयर ज्यादा प्रभावी हैं. इमेज और वीडियो प्रोसेसिंग के फील्ड में आम तौर पर MAC को प्राथमिकता दी जाती है. मोटे तौर पर यह कह सकते हैं कि अगर आप ज्यादा सुविधाजनक कंप्यूटर चाहते हैं तो पीसी चुनें और सक्षम और तेज तर्रार कंप्यूटर चाहते हैं तो MAC को चुनें.
सिक्योरिटी
इस स्तर पर MAC के मालिक को ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है. हालांकि पीसी पर मैलवेयर अटैक का खतरा ज्यादा होता है. अगर आप पीसी पर इंटरनेट चला रहे हैं तो एक अपडेटेड एंटी वायरस जरूर इंस्टॉल करवा लीजिए. 90 फीसदी से ज्यादा बाजार पर पीसी का कब्जा है. इसलिए विंडोज पर चल रहे पीसी पर हैकर्स का खतरा भी ज्यादा है.
कीमत
जाहिर तौर पर MAC की कीमत काफी ज्यादा है. यह एप्पल की मार्केटिंग पॉलिसी की वजह से भी है और MAC की क्षमता की वजह से भी. पीसी इस स्तर पर काफी सस्ता है.
एसेसरीज और डिजाइन
पीसी कस्टमाइज किया जा सकता है इसलिए ज्यादातर लोग इसे प्राथमिकता देते हैं. आप पीसी पर कई कंपोनेंट जोड़ सकते हैं. उतनी ही आसानी से उन्हें अनइंस्टॉल भी किया जा सकता है. लेकिन MAC की एसेसरीज एप्पल कंपनी ही बनाती है. इसमें कंपैटिबिलिटी एक बड़ा सिरदर्द बन जाती है. हालांकि डिजाइन के स्तर पर MAC सिस्टम ही स्टाइलिश लगते हैं.