टेक्नोलॉजी दिग्गज कंपनी माइक्रोसाफ्ट का कहना है कि चुनावों के दौरान उसने भारतीय अधिकारियों के साथ मतदान केंद्रों पर होने वाली गतिविधियों पर निगरानी रखने में सहयोग किया था. कंपनी ने कहा कि वह अपने प्लेटफॉर्म्स के जरिए जानकारी या डेटा के संग्रहण को लेकर पारदर्शिता बनाए रखती है.
माइक्रोसाफ्ट के एक अधिकारी के अनुसार कंपनी की गोपनीयता संबंधी नीतियां ग्राहकों को अपना डेटा गोपनीय और अपने नियंत्रण में रखने में मदद करती हैं. माइक्रोसाफ्ट के प्रवक्ता ने कहा, 'भारत के चुनाव अधिकारियों ने मतदान प्रक्रिया के संचालन और सहयोग के लिए हमारी प्रोडक्टिविटी और क्लाउड प्लेटफार्म का इस्तेमाल किया. इस चुनावी प्रक्रिया के दौरान मतदान केंद्रों पर गतिविधियों की निगरानी भी शामिल थी.’
कंपनी के अनुसार हमारे प्लेटफार्म पर प्रोसेस की जाने वाली सारी जानकारी या डेटा हमारे ग्राहक (संबंधित सरकारी विभाग) के पास रहती हैं. प्रवक्ता ने हालांकि यह नहीं बताया कि किन चुनावों में माइक्रोसाफ्ट ने भारतीय अधिकारियों के साथ मिल कर काम किया.
गौरतलब है कि हाल ही में फेसबुक और कैंब्रिज एनालिटिका से जुड़ा विवाद इन दिनों खासा चर्चा में रहा है. इससे सोशल मीडिया और अन्य वेबसाइटों पर उपलब्ध जानकारी के तीसरे पक्षों को इस्तेमाल की अनुमति, निजता, गोपनीतया और डेटा संरक्षण को लेकर नई बहस छिड़ हो गई है.
प्रवक्ता ने कहा कि डेटा कलेक्शन को लेकर माइक्रोसाफ्ट पारदर्शी है और यह यूजर्स को सोचे समझे फैसले करने में सक्षम बनाती है. अधिकारी ने कहा, हम हमारी नीतियां और व्यवहार पूरी तरह स्पष्ट और सभी के लिए पहुंच वाला बनाते हैं. भारतीय अमेरिकी सत्या नडेला की अगुवाई वाली माइक्रोसाफ्ट का कहना है कि उसकी गोपनीयता संबंधी नीतियों और प्रक्रिया से ग्राहकों को अपना डेटा अपने पास और अपने नियंत्रण में रखने की छूट होती है.
(इनपुट-भाषा)