स्मार्टफोन मार्केट में इन दिनों नोकिया का एंड्रॉयड फोन nokia X खूब चर्चा में है. चर्चा लाजिमी भी है क्योंकि नोकिया की ओर से लॉन्च यह पहला एंड्रॉयड फोन है, लेकिन अगर आप इसे खरीदने का मन बना रहे हैं तो बता दें कि यह दूसरे एंड्रॉयड फोन के मुकाबले थोड़ा अलग है. असल में नोकिया के इस फोन में भी कंपनी के विंडोज या सिम्बियन टेक्नोलॉजी पर आधारित स्मार्टफोन की छाप है.
यकीनन मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस में नोकिया के X फोन ने अपनी प्राइस रेंज के कारण सैमसंग के s5 की चमक को भी फीकी कर दी, लेकिन बाजार में यह फोन यूजर को कितना लुभाएगी यह वक्त ही बताएगा.
1. एंड्रॉयड 4.1 जैली बीन तो है लेकिन...
नोकिया के इस फोन में एंड्रॉयड का 4.1 जैली बीन वर्जन है, लेकिन बता दें कि कंपनी ने इसमें कई फेरबदल भी किए हैं. यूजर को इसमें आम एंड्रॉयड फोन के मुकाबले कई गूगल प्रोडक्ट्स की कमी खल सकती है. हालांकि उन प्रोडक्ट को APK फाइल्स के जरिए डाउनलोड किया जा सकता है.
2. एप्प स्टोर है लेकिन...
एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम गूगल का प्रोडक्ट है. ऐसे में नोकिया ने इसके इस्तेमाल में गूगल एप्प स्टोर को गायब कर दिया है. जाहिर है एंड्रॉयड यूजर को गूगल एप्प की कमी खलेगी.
इसके अलावा फोन में जीमेल, क्रोम और गूगल मैप की सुविधा को हटाकर माइक्रोसॉफ्ट आउटलुक, एक्सचेंज और नोकिया एक्सप्रेस ब्राउजर के साथ हीयर मैप्स की सुविधा दी गई है.
3. यूजर इंटरफेस में भी है एक लेकिन...
फोन के यूजर इंटरफेस में भी बदलाव किया गया है. यह फोन आम एंड्रॉयड फोन की तरह यूजर से इंटरेक्ट नहीं करता. नोकिया ने अपने इस फोन में भी विंडोज फोन की तरह दिखने वाले इंटरफेस का इस्तेमाल किया है.
4. बैक बटन भी है लेकिन...
आम तौर पर बाजार में दिखने वाले सभी टच एंड्रॉयड फोन में बैक बटन के अलावा तीन बटन का ले-आउट रहता है. लेकिन नोकिया अपने आशा सीरीज की तर्ज पर इस फोन में सिर्फ एक बैक बटन वाले ले-आउट को प्राथमिकता दी है.
5. नया एप्प स्टोर लेकिन...
गूगल एप्प के मुकाबले नोकिया ने फोन में खुद का एप्प स्टोर डवलप किया है. हालांकि गूगल एप्प में एप्प की संख्या और विकल्प के मुकाबले नोकिया का एप्प स्टोर थोड़ा कमजोर जान पड़ता है.