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रेल टिकट कन्फर्म होगा कि नहीं, पहले ही बता देगी यह वेबसाइट

जब तक आप ट्रेन का टिकट लेने पहुंचते हैं तो पता चलता है कि सीटें आरक्षित हो गई हैं. ऐसे में वेटिंग लिस्ट का सहारा रहता है. लेकिन उसमें भी कोई पता नहीं कि टिकट कन्फर्म होगा कि नहीं.

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www.confirmtkt.com बताता है वेट लिस्ट टिकट कन्फर्म होंगी कि नहीं
www.confirmtkt.com बताता है वेट लिस्ट टिकट कन्फर्म होंगी कि नहीं

जब तक आप ट्रेन का टिकट लेने पहुंचते हैं तो पता चलता है कि सीटें आरक्षित हो गई हैं. ऐसे में वेटिंग लिस्ट का सहारा रहता है. लेकिन उसमें भी कोई पता नहीं कि टिकट कन्फर्म होगा कि नहीं. आप ट्रेन के छूटने के तीन घंटे पहले तक इंतजार करते हैं. आप सोचते हैं कि इस समस्या का क्या इलाज हो सकता है.

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लेकिन अब एक वेबसाइट ने इसका समाधान निकाल लिया है और वह वेट लिस्ट के टिकटों के बारे में बता सकता है कि वे कन्फर्म होंगी कि नहीं. इसका नाम है www.confirmtkt.com और यह वेटिंग लिस्ट के बारे में बताता है. इससे आप उस तनाव से बच जाते हैं जो अमूमन वेटिंग लिस्ट के यात्रियों को झेलना पड़ता है. यह आपको मेल करके सूचित करता है कि आपके वेट लिस्ट टिकट के कन्फर्म होने की संभावना कितनी है और उसके कनफर्म होने पर आपको सूचना भी देता है.

इस वेबसाइट के ऐंड्रयॉड एप्पलीकेशन को आप अपने मोबाइल फोन पर डाउनलोड कर सकते हैं. यह आपके वेट लिस्ट टिकट के बारे में भविष्यवाणी करके बताएगा कि आपकी टिकट कन्फर्म होगी या नहीं.


इस एप्प को दो इंजीनियरों दिनेश और श्रीपद ने बनाया है. दिनेश ने एनआईटी, जमशेदपुर से और श्रीपद ने सास्त्रा यूनिवर्सिटी, तंजौर से पढ़ाई की है. जब ये दोनों आईबीएम में काम करते थे तो उन्होंने अपनी बुद्धि से कुछ कर दिखाने का निश्चय किया. उन्होंने कई तरह के एप्प बनाए और अंत में टिकट कन्फर्मेशन के बारे में बताने वाले इस एप्प का अविष्कार करने में सफल रहे. उन्होंने भी रेल टिकट खरीदने के बाद तनाव झेला कि उनका टिकट कन्फर्म होगा कि नहीं.

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यह एप्प मनुष्य की सोच की तरह काम करता है. मनुष्य अपने अतीत के अनुभवों से सीखता है. उसी तरह इस एप्प में हर ट्रेन के वेट लिस्ट टिकट के इतिहास को देखकर भविष्यवाणी करने की व्यवस्था है. यह इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह अभी के अनुभवों को भी समेटते जाएगा.

दोनों युवाओं ने बताया कि उन्हें इसे बनाने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा. इसके लिए उन्हें सैकड़ों ट्रेनों के आंकड़े जु़टाने पड़े. इसके लिए उन्होंने सैकड़ों बार रेल टिकटें भी खरीदीं और वेटिंग लिस्ट के कन्फर्म होने के पैटर्न को देखा. हर ट्रेन की टिकटों के कन्फर्म होने के टाइमिंग का उन्होंने पता लगाया और उसके बाद उन्होंने उन आंकड़ों का विश्लेषण किया. उन्होंने बताया कि शुरू में हमारी सटीकता 88 फीसदी थी जो अब बढ़कर 94 फीसदी हो गई है.

रेलवे बोर्ड इन युवा इंजीनियरों को सम्मानित करने पर विचार कर रहा है.

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