scorecardresearch
 

मां ने जीती जंग! Apple-Google ने ऐप स्टोर से हटाया Sarahah

पॉपुलर एनोनिमस मैसेजिंग ऐप Sarahah को ऐपल और गूगल स्टोर से हटा दिया गया है. इसे उत्पीड़न को बढ़ावा देने जैसे आरोपों के चलते ऐप स्टोर से हटाया गया है. इस ऐप को पिछले साल लॉन्च किया गया था और बहुत कम समय में ही इस ऐप ने लोकप्रियता हालिस कर ली थी. इस ऐप के जरिए कोई भी किसी भी यूजर को अपनी पहचान छुपाकर मैसेज भेज सकता है.

Advertisement
X
प्रतीकात्मक फोटो
प्रतीकात्मक फोटो

Advertisement

पॉपुलर एनोनिमस मैसेजिंग ऐप Sarahah को ऐपल और गूगल स्टोर से हटा दिया गया है. इसे उत्पीड़न को बढ़ावा देने जैसे आरोपों के चलते ऐप स्टोर से हटाया गया है. इस ऐप को पिछले साल लॉन्च किया गया था और बहुत कम समय में ही इस ऐप ने लोकप्रियता हालिस कर ली थी. इस ऐप के जरिए कोई भी किसी भी यूजर को अपनी पहचान छुपाकर मैसेज भेज सकता है.

बीबीसी कि रिपोर्ट के मुताबिक, ऐपल और गूगल ने इस ऐप को हटाने का निर्णय एक वायरल पिटीशन के चलते लिया है. इस पिटीशन को आस्ट्रेलिया की रहने वाली Katrina Collins ने तैयार किया था. क्योंकि इस मैसेजिंग ऐप प्लेटफॉर्म पर उनकी बेटी के लिए अपमानजनक मैसेज लिखे गए थे.

अपनी 13 वर्षीय बेटी को इस प्लेटफॉर्म पर मिले भद्दे कमेंट्स के बाद Katrina Collins ने Change.org पर पिटीशन तैयार किया. इसमें कॉलिन्स ने ऐप को बैन करने की मांग रखी. इस पिटीशन पर करीब 470,000 लोगों ने साइन किया.

Advertisement

रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब इस ऐप को एंड्रॉयड के गूगल प्ले और ऐपल स्टोर से हटा दिया गया है. अब इसे यहां से डाउनलोड नहीं किया जा सकता. हालांकि जिन लोगों ने पहले से इस ऐप को इंस्टाल किया हुआ है वो इसे इस्तेमाल करना जारी रख सकते हैं.

इस ऐप को पिछले साल लॉन्च किया गया था. लॉन्च के साथ ही इसकी लोकप्रियता ने ऐप को दुनियाभर में मशहूर कर दिया. दुनियाभर के करीब 300 मिलयन यूजर्स ने इस ऐप में अपना अकाउंट भी बनाया. इस ऐप को सउदी अरब में डेवलप किया गया था.

Sarahah एक अरबी शब्द है जिसका मतलब 'ईमानदारी' होता है. इसे अपनी पहचान छुपाकर पॉजिटिव कमेंट्स देने के उद्देश्य से तैयार किया गया था. हालांकि पिटीशन में इसे साइबर उत्पीड़न को बढ़ावा देने वाला बताया गया.

Advertisement
Advertisement