सोशल नेटवर्किंग साइट्स का दखल अब निजी जिंदगी में भी साफ दिखने लगा है और इसकी वजह से रिश्तों में दरार आ रही है. ब्रिटेन में हर सात में से एक व्यक्ति के तलाक लेने की वजह सोशल नेटवर्किंग साइट हैं. ब्रिटेन की एक शीर्ष कानूनी सलाहकार कंपनी ने हाल में किए खुलासे में बताया कि अपने साथी के सोशल नेटवर्किंग साइट पर अत्यधिक समय बिताने से ऊबकर तलाक लेने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है.
'स्लेटर एंड गॉर्डन लॉयर्स' की ओर से की गई स्टडी के मुताबिक, इस मामले में टॉप सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक वैवाहिक संबंधों को बिगाड़ने में भी सबसे ऊपर है.
फेसबुक ने बदल दिए रिश्ते!
स्लेटर एंड गॉर्डन के परिवार कानून के अध्यक्ष एंड्र न्यूबरी ने ऑनलाइन जारी बयान में कहा, 'पांच वर्ष पहले विवाह संबंध खत्म होने के मामलों में फेसबुक का जिक्र शायद ही कभी होता था, लेकिन अब लोग सोशल मीडिया को या सोशल मीडिया पर पाए गए किसी कंटेट को शादी तोड़ने की प्रमुख वजहों में अक्सर इस्तेमाल कर रहे हैं.'
उन्होंने कहा, "हमें अपनी स्टडी से पता चला है कि सोशल मीडिया विवाह संबंधों के लिए नया खतरा बन चुका है. आधे लोग अपने साथी की फेसबुक गतिविधियों पर चोरी-छुपे पड़ताल करते पाए गए, जबकि हर पांच में से एक व्यक्ति फेसबुक से जुड़ी किसी बात को लेकर अपने साथी के साथ मनमुटाव की स्थिति में है.'
फेसबुक के इस्तेमाल और पासवर्ड की लड़ाई!
स्टडी के अनुसार, अपने साथी के फेसबुक अकाउंट की पड़ताल करने की मुख्य वजह यह जानने की उत्सुकता होती है कि उनका साथी किन-किन लोगों के साथ संपर्क में रहता या रहती है और क्या अपनी सोशल जिंदगी के बारे में वे उनसे सच बोलते हैं. न्यूबरी के मुताबिक, तलाक से जुड़े मामलों में लगभग हर रोज फेसबुक के पोस्ट और तस्वीरें अदालत के सामने पेश की जाने लगी हैं.
- इनपुट IANS