scorecardresearch
 

डिजिटल कैमरा खरीदना है, इन 9 बातों का रखें खयाल

समय के साथ जैसे-जैसे जीवनशैली में बदलाव आया है, तकनीक हमारी जरूरत बनती गई है. एक समय था जब कैमरा किसी उपलक्ष्य या आयोजन के दौरान ही काम आता था, लेकिन ऐसा लगता है जैसे अब इस तकनीक ने हमारे दैनिक जीवन में अपनी एक खास जगह बना ली है.

Advertisement
X
symbolic image
symbolic image

समय के साथ जैसे-जैसे जीवनशैली में बदलाव आया है, तकनीक हमारी जरूरत बन गई है. एक समय था जब कैमरा किसी उपलक्ष्य या आयोजन के दौरान ही काम आता था, लेकिन ऐसा लगता है जैसे अब इस तकनीक ने हमारे दैनिक जीवन में अपनी एक खास जगह बना ली है.

Advertisement

यूं तो आज हर स्मार्टफोन या एक बढ़ि‍या फीचर फोन में डिजिटल कैमरे का होना आम है. लेकिन समय के साथ फोटोग्राफी या यह कहें कि जिंदगी के पलों को तस्वीरों में संजोने की हसरत बढ़ी है. फोन से इतर गजैट्स स्टोर में इन दिनों डिजिटल कैमरे की बिक्री में भी खूब इजाफा हुआ है. लेकिन ऐसे में सबसे जरूरी यह जान लेना है‍ कि कौन सा कैमरा लिया जाए और कैमरा खरीदते वक्त किन बातों का खयाल रखा जाए.

1) खुद से पूछें ये आठ सवाल
- आपको कैमरा क्यों चाहिए?

- कैमरे से आप किस तरह की फोटोग्राफी करना चाहते हैं? (पोट्रेट्स, लैंडस्केप या स्पोर्ट्स)

- आप अधिकतर कैसी परिस्थिति में फोटोग्राफी करेंगे? (इनडोर, आउटडोर, लो लाइट, ब्राइट लाइट)

- आप ऑटो मोड में फोटोग्राफी करेंगे या फोटोग्राफी की कला को सीखना चाहेंगे?

Advertisement

- कैमरे के बारे में आपकी जानकारी कितनी है, क्या आप मैनुअल फोटोग्राफी करना पसंद करते हैं?

- कैमरे में आप किस तरह के फीचर्स ढूंढ़ रहे हैं? (जूम, इमेज स्टैबेलाइजेशन, फैंसी या बड़ी स्क्रीन वाला)

- कैमरे का साइज और वजन आपके लिए कितना महत्वपूर्ण है?

- आपका बजट क्या है?

ये सवाल इसलिए कि यह बहुत हद तक तय करते हैं कि आपका कैमरा कैसा होना चाहिए. आम तौर पर शोरूम में सेल्समैन भी आपसे यही सवाल करता है. बहुत संभव है कि आपके जवाबों को वह अपने लाभ के हिसाब से इस्तेमाल कर आपको वह प्रोडक्ट थमा दे, जिसकी सही मायने में आपको जरूरत है ही नहीं.

2) मेगापिक्सल के मोह को त्याग दें
आम तौर पर कैमरे को बेचते वक्त जिस एक चीज की सबसे अधिक चर्चा होती है, वह है मेगापिक्सल. इन दिनों अधिकतर डिजिटल कैमरे कम से कम 5 मेगापिक्सल के आते हैं. कैमरा कितने मेगापिक्सल का हो यह आपकी जरूरत पर निर्भर करता है.

इस ओर कोई निर्णय करने से पहले यह तय करें कि क्या आप खींची गई तस्वीरों को प्रिंट करवाएंगे? अगर हां, तो उसका साइज क्या होगा. क्योंकि सामान्य साइज में प्रिंटिंग के लिए 4 या उससे अधिक मेगापिक्सल का कैमरा पर्याप्त है. इसे कुछ इस तरह समझि‍ए कि मेगापिक्सल सीधे तौर तय करता है कि आपकी तस्वीर बिना पिक्सलेट हुए कितनी बड़ी की जा सकती हैं. जबकि जरूरत से अधि‍क मेगापिक्सल से एक घाटा यह है कि मेगापिक्सल बढ़ने के साथ ही हर तस्वीर आपके मेमोरी कार्ड में ज्यादा स्पेस लेगी.

Advertisement

3) एसेसरीज: साथ में क्या-कुछ मिलेगा
कैमरा खरीदते वक्त उसके फीचर्स के साथ ही यह भी जांच लें कि एक्सट्रा में क्या कुछ‍ मिलने वाला है. जो चीजें आपके लिए जरूरी हैं, उनमें- कैमरा केस, मेमोरी कार्ड, अतिरिक्त बैट्री, चार्जर, लेंस (अगर DSLR कैमरा है तो), फिल्टर, ट्रायपॉड, मोनोपॉड, एक्सटरनल फ्लैश, रीफ्लेक्टर आदि.

असल में ये वो चीजें हैं, जिनकी जरूरत देर-सवेर आपको पड़ती है. इसलिए बेहतर डील तय करें.

4) दूसरे ऑफर्स सर्च करें
अगर कैमरे के साथ एसेस‍रीज कम मिल रहे हैं तो दूसरे डील्स की तलाश करें. ऑनलाइन और रीटेल बाजार में भी इस तरह के कई ऑफर्स मिलते हैं.

5) DSLR या कॉम्पैक्ट प्वॉइंट एंड शूट
इन दिनों DSLR कैमरा जरूरत से अधिक स्टेटस सिंबल भी बन गया है. लेकिन जरूरी नहीं कि यह आपके काम का हो. इसे कुछ इस तरह समझें कि अगर आप ऑटो मोड में सामान्य फोटोग्राफी करना चाहते हैं तो यह आपके लिए ज्यादा उपयोगी नहीं है. साथ ही यह ज्यादा वजनी और महंगा है. इसकी साफ-सफाई और रखरखाव की प्रक्रिया भी जटिल है. लेकिन अगर आप फोटोग्राफी की कला को सीखना चाहते हैं. ऑटो मोड की बजाय मैनुअल फोटोग्राफी आपको आकर्षित करती है तो डीएसएलआर कैमरा आपके लिए सही है.

7) ऑप्टिकल जूम को चुने
कैमरों में दो तरह के जूम आते हैं. एक डिजिटल और दूसरा ऑप्टिकल. बेहतर होगा ऑप्टिकल जूम वाले कैमरे का चुनाव करें. डिजिटल जूम वाला कैमरा सिर्फ आपके शॉट के पिक्सल को बढ़ाता है. इससे आपको सब्जेक्ट बड़ा दिखने लगता है. लेकिन इससे तस्वीर पिक्सलेट हो जाती है.

Advertisement

ध्यान रखें कि आपका कैमरा कम से कम 3x ऑप्टिकल जूम वाला हो. इसका अर्थ हुआ कि यह आपके सब्जेक्ट को तीन गुना बड़ा कर देगा.

7) रिव्यू पढ़ें
कैमरा खरीदने से पहले थोड़ा होमवर्क कर लें. अपनी जरूरतों और बजट के हिसाब से कैमरे का मॉडल चुन लें. फिर ऑनलाइन या मैगजीन में छपने वाले रिव्यू को पढ़ें. अगर ऑनलाइन खरीद रहे हैं तो कस्टमर रिव्यू भी पढ़ें.

8) फर्स्ट हैंड एक्सपीरियंस
शो रूम से कैमरा खरीद रहे हैं तो कैमरा हाथ में लेकर अच्छे से जांच लें. यानी कैमरा आपके हाथों में फिट बैठ रहा है या नहीं. आप उसके साथ कंफर्ट फील कर रहे हैं या नहीं. एक-दो तस्वीर खींच कर देख लें. सारे ऑप्शन और फीचर्स को जांच लें.

9) मोल भाव
एक ग्राहक होने के नाते मोल-भाव आपका जन्मसिद्ध अधि‍कार है. अपने इस अधि‍कार का प्रयोग जरूर करें. ऑनलाइन प्राइस कंपेयर करें तभी खरीदें. रीटेल बाजार से खरीद रहे हैं तो कई सारे स्टोर पर डिस्काउंट ऑफर की जानकारी इक्ट्ठा करने के बाद ही प्रोडक्ट खरीदें.

‍DSLR और कॉम्पैक्ट कैमरे (प्वॉइंट एंड शूट) में से आपके लिए कौन सा बेहतर है, इसकी चर्चा अगले लेख में...

Advertisement
Advertisement