अमेरिकी टेक्नोलॉजी फर्म ट्विटर ने एक ट्वीट के जरिए ऐलान किया है उसने शेयर बाजार से पूंजी जुटाने के लिए अमरीकी नियामक के पास आवेदन किया है. आपको बता दें कि पिछले साल सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के आईपीओ को जोरदार समर्थन मिला और इसी के बाद से उम्मीद की जा रही थी कि ट्विटर भी ऐसा ही करेगा.
कंपनी ने ट्वीट किया है, 'हमने आईपीओ के लिए गोपनीय ढंग से सेक के पास आईपीओ योजना के लिए एस-1 दाखिल किया है.' हालांकि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि आईपीओ की पेशकश कब की जाएगी. वॉल स्ट्रीट जनरल का अनुमान है कि 2006 में बनी यह कंपनी करीब 10 अरब अमेरिकी डॉलर की है.
आपको बता दें कि अमरीकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग को संक्षेप में सेक कहते हैं और सेक में शेयरों को सूचीबद्ध करने के लिए कंपनियों को फॉर्म एस-1 भरना जरूरी होता है.
मशहूर माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर तेजी से बढ़ रही प्रभावी सोशल मीडिया सर्विस है, जिसका इस्तेमाल आम यूजर्स के अलावा बड़ी-बड़ी सेलिब्रिटीज, पत्रकार और राजनेता बड़े पैमाने पर करते हैं. आपको बता दें कि जैक डोर्सी, इवान विलियम्स और बिज स्टोन ने मिलकर यह कंपनी बनाई थी.
सैन फ्रांसिस्को की कंपनी ट्विटर ने पहले कहा था कि उसके 200 मिलियन एक्टिव यूजर्स हैं, हालांकि कुछ विश्लेषकों का कहना है कि यह आंकड़ा इससे भी ज्यादा है. विज्ञापन सलाहकार फर्म ई-मार्केटर के मुताबिक इस साल दुनिया भर के विज्ञापनों से ट्विटर 582.8 मिलियन अमेरिकी डॉलर की कमाई करेगा, जबकि अगले साल 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर के बिजनेस का अनुमान है.
माना जा रहा है कि इस आईपीओ से कंपनी के निवेशकों को अपने निवेश का एक हिस्सा अच्छे-खासे मुनाफे के साथ वापस मिल सकेगा. इससे पहले ट्विटर ने मंगलवार को मोबाइल आधारित विज्ञापन विनिमय कंपनी मोपब के अधिग्रहण की घोषणा की थी. यह अधिग्रहण 35 करोड़ अमरीकी डॉलर में किया गया.
गौरतलब है कि ट्विटर के तीन संयोजकों में से एक जैक डोसी ने मार्च 2006 में पहला ट्वीट किया था.