माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर लगातार मुश्किलों में है. बिकने के लिए तैयार है कंपनी फिर भी इसे कोई खरीदार नहीं मिल रहा है. नुकसान का दौर भी जारी है. ऐसे में ट्विटर इंडिया के हेड ऋषि जेटली ने कंपनी छोड़ने का ऐलान किया है. गौरतलब है कि वो पिछले चार साल से भारत में ट्विटर के हेड थे.
उन्होंने कई ट्वीट के जरिए यह बताया है कि वो कंपनी छोड़ रहे हैं. एक ट्वीट में कहा है, ' चार सालों तक भारत में यूजर बिजनेस के बाद मैं नए अवसर के साथ जाने का इरादा कर रहा हूं. हालांकि मिशन वही होगा जो पहले था.'
आपको बता दें कि जेटली ने 2012 में ट्विटर इंडिया बतौर मार्केट डायरेक्टर ज्वाइन किया था. फिलहाल वो ट्विटर इंडिया के हेड के साथ मिडिल इस्ट नॉर्थ अफ्रीका और एशिया के वाइस प्रेसिडेंट भी रह चुके हैं.
ट्विटर से पहले 2007 से लेकर 2009 तक वो टेक्नॉलोजी दिग्गज गूगल में पब्लिक प्रइवेट पार्टनर्शिपर के हेड रहे. उन्होंने ट्वीट करके तब के गूगल के मैनजिंग डायरेक्टर शैलेश राव का भी शुक्रिया अदा किया है. इसके अलावा ट्वीट में उन्होंने डिक कोस्टोलो के साथ कंपनी के आला अधिकारियों का भी शुक्रिया अदा किया है.
हालांकि उन्होंने यह साफ नहीं किया है कि उनका अगला कदम क्या होगा. जेटली ने सिर्फ इतना कहा है कि वो पर्सनल/सिविक की वजह से वो शिकागो जाने की तैयारी में है. फिलहाल वो मिशिगन कॉर्प्स के को फाउंडर भी हैं.
बढ़ रही हैं ट्विटर की मुश्किलें
सितंबर की शुरुआत में ट्विटर ने कथित तौर पर कॉस्ट कटिंग के मकसद अपने बंगलुरू ऑफिस से लगभग 20 कर्मचारियों को चलता कर दिया था. हालांकि कंपनी ने इसके पीछे यह सफाई दी थी कि सिर्फ एक सेग्मेंट से लोगों को हटाया गया है. इतना ही नहीं कंपनी ने रिजनल हेडक्वॉर्टर सिंगापुर में कई लोगों के रोल में बड़ा बदलाव किया है जिसे भी कॉस्ट कटिंग माना जा रहा है.
हाल ही में कंपनी ने अपने पॉपुलर वीडियो शेयरिंग ऐप वाइन को भी बंद करने का ऐलान किया है.
क्या करेंगे जैक
इन सबको देखते हुए जाहिर होता है कि दुनिया की पॉपुलर माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर अपने सबसे खराब दौर से गुजर रही है. देखना होगा कंपनी के को फाउंडर और मौजूदा सीईओ जैक डोर्सी इसे उबरने के लिए क्या कदम उठाते हैं.