माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर ने जनरल अकाउंट वेरिफिकेशन प्रोसेसर को सस्पेंड कर दिया है. ट्विटर पर अकाउंट वेरिफिकेशन के जरिए ब्लू टिक दिया जाता है जो सिर्फ पब्लिक फीगर के लिए ही होता है.
ट्विटर के फाउंडर और सीईओ जैक डोर्सी ने कहा है, ‘हमारे एजेंट्स वेरिफिकेशन पॉलिसी को सही से फौलो करते हैं, लेकिन हमने कुछ समय पहले यह रियलाइज किया है कि यह सिस्टम टूट चुका है और फिर से इस पर काम करने की जरूरत है. हमें इसे पहले ही ठीक करना चाहिए था और ऐसा न करके हम फेल हुए हैं. हम इसे जल्दी ठीक करने का काम कर रहे हैं’
ट्विटर ने स्टेंटमेंट में कहा है, ‘वेरिफिकेशन प्रोसेस पहचान और आवाज को ऑथेन्टिकेट करने के लिए है, लेकिन इसे समर्थन और या महत्वूर्ण होने का प्रमाण माना जाने लगा. हमने ये उलझन शुरू की है और इसे अब ठीक करना होगा. हम जब तक इसे ठीक न कर लें तब तक के लिए सभी जेनेरल वेरिफिकेशन को रोक दिया गया है’
हाल ही में ट्विटर की आलोचना तब शुरू हुई जब व्हाइट सुपमैसिस्ट रैली के ऑर्गनाइजर जेसन केसलर का ट्विटर अकाउंट वेरिफाइड किया गया. अगस्त मे इस रैली की वजह से एक की मौत हो गई थी. इसके बाद लोगों ने ट्विटर पर ट्विटर की आलोचन शुरू कर दी. इससे पहले भी ट्विटर ने व्हीसल ब्लोअर जुलियन असांज का ट्विटर अकाउंट वेरिफाइ किया था, लेकिन बाद में ब्लू टिक हटा लिय गया.
We should’ve communicated faster on this (yesterday): our agents have been following our verification policy correctly, but we realized some time ago the system is broken and needs to be reconsidered. And we failed by not doing anything about it. Working now to fix faster. https://t.co/wVbfYJntHj
— jack (@jack) November 9, 2017
गौरतलब है कि पिछले साल ही ट्विटर ने एक ऑनलाइन प्रोसेस की शुरुआत की है जिसके जरिए यूजर अपने अकाउंट वेरिफिकेशन के लिए आवेदन कर सकते हैं. आम तौर पर उन लोगों के अकाउंट वेरिफाइ किए जाते हैं जो पब्लिक फीगर, स्टार, लीडर, पत्रकार, सरकारी एजेंसी, बिजनेस और स्पोर्ट्स से जुड़े होते हैं. इसके लिए ट्विटर की गाइडलाइन है जिसे कंपनी कहती है कि वो इसका पालन सख्ती करती है.
फिलहाल ये साफ नहीं है कि कंपनी दुबारा वेरिफिकेशन प्रोसेस कब से शुरू करेगी और कौन सी नई पॉलिसी लाएगी.