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EXCLUSIVE: इस भारतीय महिला ने FB में ढूंढी यह खामी, कंपनी ने दिया इनाम

Aajtak.in से खास बातचीत में विजेता पिल्ले ने बताया कि वो न तो इंजीनियर हैं न ही इन सब के बारे में ज्यादा पता है. लेकिन उन्होंने फेसबुक वर्क प्लेस यूज किया तो कुछ खामियां समझ में आईं और फेसबुक को रिपोर्ट करने के बाद फेसबुक ने भी इस खामी को माना.

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Representational Image
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फेसबुक बग ढूंढने में भारतीय हैकर्स का कोई जवाब नहीं है. फेसबुक से इनाम पाने के मामले में भी भारतीय आगे हैं. पुणे की रहने वाली विजेता पिल्लई ने एक बग (खामी) ढूंढा है जिसके लिए फेसबुक ने उन्हें इनाम दिया है. विजेता शायद भारत की पहली महिला हैं जिसे सोशल मीडिया दिग्गज फेसबुक वर्कप्लेस में खामी ढूंढी है.

फेसबुक वर्कप्लेस एक तरह का टूल है जिसे फेसबुक ने कंपनियों के लिए बनाया है. इसमें कंपनियां अपने कर्मचारियों का अकाउंट बनाती हैं. यह एक तरह का कॉर्पोरेट चैटिंग टूल है जहां कंपनियों के कर्माचारी एक दूसरे से डिस्कशन कर सकते हैं. अगर आपने स्लैक इस्तेमाल किया है या जानते हैं तो ये ऐसा ही है.

विजेता के मुताबिक उन्होंने फेसबुक वर्कप्लेस में एक खामी ढूंढी. फेसबुक वर्कप्लेस का ऐडमिन(ऑनर) अपनी कंपनी के किसी कर्मचारी को ग्रुप में ऐड कर सकता है और उन्हें राइट्स दे सकते है. यानी दूसरा यूजर भी किसी कर्मचारी को इस ग्रुप में ऐड कर सकता है. लेकिन फेसबुक से इस ऐक्सेस राइट्स को सही तरीके से लागू करने में चूक हो गई. चूक ये हुई कि इस ग्रुप में जिन कर्मचारी को कम राइट्स मिले है वो भी कंपनी के ऑनर के अकाउंट को रिसेट कर सकता था और उसके अकाउंट डीटेल्स बदल सकता था.

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खामी छोटी थी, लेकिन इसका अंजाम बड़ा हो सकता था. इस बग के बारे में जानकारी मिलते ही फेसबुक ने इस खामी को माना है.

Aajtak.in से खास बातचीत में विजेता पिल्ले ने बताया कि वो न तो इंजीनियर हैं न ही इन सब के बारे में ज्यादा पता है. लेकिन उन्होंने फेसबुक वर्क प्लेस यूज किया तो कुछ खामियां समझ में आईं और फेसबुक को रिपोर्ट करने के बाद फेसबुक ने भी इस खामी को माना. उनका कहना है कि वो मिडिल क्लास फैमिली से हैं और यह इनाम इनके लिए काफी महत्वपूर्ण है और इससे वो काफी खुश हैं. उन्होंने हमे बताया कि वो आगे भी ऐसा बग ढूंढेगी.

इस रिपोर्ट के बाद फेसबुक ने कहा,  ‘इस इश्यू को रिव्यू करने के बाद हमने आपको 1,000 डॉलर की बाउंटी देने का फैसला किया है. आपने एक इश्यू ढूंढा है जिसके तहत फेसबुक वर्कप्लेस का कम पावरफुल ऐडमिन उसी ग्रुप के ज्यादा पावरफुल ऐडमिन के लिए मुसीबत खड़ी कर सकता था. हालांकि इससे अकाउंट टेकऑवर नहीं किया जा सकता था. ग्रेट फाइंडिंग. इस रिपोर्ट के लिए शुक्रिया और हम आपसे आगे भी इस तरह की रिपोर्ट्स की उम्मीद करते हैं.’ .

गौरतलब है कि विजेता पिल्लई पूणे की एक फर्म में सेल्स रिप्रेजेंटेटिव हैं और उन्हें ये इनाम की राशी बगक्राउड अकाउंट में दी जाएगी .

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आपको बता दें कि फेसबुक सहित दुनिया की बड़ी टेक कंपनियां बग बाउंटी प्रोग्राम चलाती हैं. इसके तहत लोगों को खामियां ढूंढ कर रिपोर्ट करने पर इनाम दिया जाता है. भारत में आनंद कुमार और योगेश टंटक बग रिपोर्ट करने के मामले में काफी आगे हैं जिन्हें फेसबुक ने करोड़ों रुपये इनाम के तौर पर दिए हैं.

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