ब्राजील की एक अदालत ने इंस्टैंट मैसेजिंग एप व्हाट्सएप को देश से 48 घंटों तक ब्लॉक करने का फरमान सुनाया है. साओ पोलो के सिटी जज ने ब्राजील के टेलिकॉम कंपनियों को इसे ब्लॉक करने का आदेश दिया है. कंपनियां इसे गुरूवार से ब्लॉक करेंगी.
मार्क जकरबर्ग ने जताया विरोध
ब्लॉक के ऐलान के बाद फेसबुक फाउंडर और सीईओ मार्क जकरबर्ग ने फेसबुक पोस्ट किया जिसमें उन्होंने वहां के कोर्ट से इस फैसले को वापस लेने की बात कही है.
उन्होंने अपने पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि ' आज रात से ब्राजील के जज ने इस देश के 100 मिलियन लोगों के लिए व्हाट्सएप ब्लॉक करने का आदेश दिया है. हम इसे वापस लेने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं. जकरबर्ग ने कहा कि फेसबुक मैसेंजर अभी भी एक्टिव है और लोग इसे कम्यूनिकेशन के लिए यूज कर सकते हैं. यह ब्राजील के लिए सैड डे है. इससे पहले यह देश ओपन इंटरनेट के लिए साथ रहा है. यहां के लोग हमेशा से ऑनलाइन आवाज उठाते रहे हैं'.
क्यों ब्लॉक किया गया व्हाट्सएप
हालांकि जज ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि व्हाट्सएप के खिलाफ मुकदमा किसने दर्ज किया था. पर ब्राजील की टेलिकॉम कंपनियां कुछ महीनों से सरकार से इस बात की लॉबिंग कर रहीं थी कि व्हाट्सएप वॉयस कॉलिंग अनरेग्यूलेटेड और अवैध है. इसके अलावा कंपनियों ने व्हाट्सएप पर यह आरोप लगाया था कि इसकी वजह से यहां के लाखों लोग फोन कॉलिंग नहीं यूज कर रहे हैं.
कोर्ट के दो नोटिस के बाद भी व्हाट्सएप की तरफ से नहीं हुआ कोई हाजिर
ब्राजील के साओ पोलो के एक कोर्ट ने व्हाट्सएप को 23 जुलाई 2015 को कोर्ट में हाजिर होने का नोटिस दिया था, पर व्हाट्सएप ने ऐसा नहीं किया. कोर्ट ने दोबारा 7 अगस्त तक पेश होने का नोटिस दिया, फिर भी व्हाट्सएप कंपनी की तरफ से कोई हाजिर नहीं हुआ. इसके बाद बाज प्रोसिक्यूशन ने जज से 48 घंटे तक देश से व्हाट्सएप ब्लॉक करने की दरख्वास्त की और जज ने इसे मंजूरी दे दी.