इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप WhatsApp और Telegram में कुछ सिक्योरिटी खामियों का खुलासा हुआ है. कंप्यूटर सिक्योरिटी फर्म चेक प्वॉइंट ने एक ऐसी खामी के बारे में बताया है जिसके जरिए हैकर्स व्हाट्सऐप या टेलीग्राम के एन्क्रिप्टेड मैसेज में सेंध लगा सकते हैं. खास बात यह सामने आई है कि हैकिंग के लिए भी एन्क्रिप्टेड मैसेज का यूज किया गया है.
चेक प्वॉइंट सिक्योरिटी फर्म का कहना है कि कंपनी ने व्हाट्सऐप और टेलीग्राम को इस खामी की जानकारी दे दी है. सुरक्षा के लिहाज से कंपनी ने यह नहीं बताया है कि कैसे हैकर्स व्हाट्सऐप और टेलीग्राम को हैक कर सकते हैं. पिछले हफ्ते इस सिक्योरिटी फर्म ने दोनों इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप्स को इस बारे में बताया है ताकि इसे सिक्योरिटी पैच अपडेट के जरिए ठीक किया जा सके.
हालांकि कंपनी ने यह भी नहीं बताया है कि इस सुरक्षा खामी से व्हाट्सऐप और टेलीग्राम के कितने अकाउंट्स खतरे में हैं. कई बार ऐसी खामियां चुनिंदा अकाउंट्स में ही होता है.
चेक प्वॉइंट के अधिकारी ओडेड वैन्नू ने कहा है कि इस नई खामी की वजह से लाखों यूजर्स के अकाउंट्स पर हैक होने का खतरा मंडरा रहा है.
सिक्योरिटी फर्म का कहना है कि यह खामी काफी आसानी से किसी हैकर को व्हाट्सऐप अकाउंट हैक करने का मौका देती है. कंपनी के मुताबिक, ‘मासूम से दिखने वाले फोटो व्हाट्सऐप पर भेजकर अटैकर अकाउंट को अपने कंट्रोल में ले सकते हैं. कंट्रोल में लेकर अकाउंट के फोटोज, चैट्स और वीडियोज से ले कर हिस्ट्री तक जान सकते हैं’
गौरतलब है कि व्हाट्सऐप और टेलीग्राम दोनों ही अपने चैट्स में एंड टू एंड एन्क्रिप्शन देती हैं . दावे के मुताबिक इनके जरिए की जाने वाली बातचीत सेंडर और रिसीवर के अलावा कोई तीसरा नहीं डिकोड कर सकता है. चाहे वो सरकारी एजेंसी क्यों न हो. लेकिन हाल ही में विकिलीक्स के दस्तावेज के मुताबिक अमेरिकी सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी व्हाट्सऐप के चैट्स पढ़ सकती है.