कुछ दिन पहले दुनिया की सबसे बड़ी डेटिंग वेबसाइट ऐशले मैडिशन को इंपैक्ट टीम नामक हैकरों के एक समुह ने हैक कर लिया. हैकिंग के बाद उस वेबसाइट का सारा पर्सनल डेटा इंटरनेट पर जारी कर दिया. दिलचस्प बात यह है कि हैकरों ने वो डेटा भी इंटरनेट पर डाल दिया जिसे ऐशले मैडिशन दावा करती है कि उसने वो डेटा डिलीट कर दिया था.
हैकरो द्वारा जारी किए गए डेटा के बाद यह सवाल खड़ा हो गया है कि आखिर जिसे ऐशले मैडिशन डिलीट करने का दावा करती है उसे कैसे रिकवर किया गया. कुछ का इल्जाम है कि कंपनी ने लोगों से डेटा डिलीट करने के नाम पर धोखाधड़ी की है और कुछ का मानन है कि इंटरनेट से डिलीट किया हुआ डेटा रिकवर किया जा सकता है.
हालांकि हैकर समुह इंपैक्ट टीम ने भी अपने बयान में कहा है कि उनका मकसद लोगों तक ऐशले मैडिशन वेबसाइट का सच लाना है कि कैसे ऐशले मैडिशन लोगों से डेटा डिलीट करने के नाम पर झूठ बोलती आई है.
इस घटना के बाद इंटरनेट रिसर्चरों और हैकरों ने भी यह बहस छेड़ दी है कि इंटरनेट पर आप चाहे अपना डेटा कितना भी डिलीट कर लें पर वो रिकवर किया जा सकता है.
आईबीएम सिक्योरिटी डिविजन के वाइस प्रेसिडेंट केलब बारलॉ के मुताबिक हम आए दिन हैकिंग की खबरे सुनते हैं. आजकल बड़ी कंपनियों की वेबसाइट जैसे टारगेट कॉर्प,ऐन्थेम इंक और ऐशले मैडिशन की हैकिंग आम हो गई है. अब आम लोगों को अपना निजी डेटा इंटरनेट पर रखने से पहले गंभीर हो कर सोचना पड़ेगा क्योंकि वो चाह कर भी अपना डेटा इंटरनेट से डिलीट नहीं कर सकेंगे.
डेटा सिक्योरिटी कंपनी डिजिटल गार्जियन के सीओओ पीटर टाईरेल के मुताबिक ऑनलाइन वेबसाइट पर ब्राउजर में ऑटोफिल की सुविधा लोगों को बहुत पसंद आती है जिसमें उनका नाम पता से लेकर क्रेडिट कार्ड की पूरी जानकारी भरी होती है पर सच्चाई यह है कि वो तमाम जानकारी कभी भी आसानी से हैकरों के द्वारा उड़ाई जा सकती है. आप उसे डिलीट भी कर देते हैं तो ज्यादा उम्मीद है कि आपकी सारी जानकारियों की एक कॉपी सर्वर पर किसी रूप में मौजूद रहती हैं.
ऐशले मैडिशन के दावों को मान लिया जाए तो ऐसा कहा जा सकता है कि अगर उन्होंने डेटा डिलीट भी कर दिया हो तो फिर भी हैकरों ने उन डेटा को सर्वर से रिकवर कर लिया.