म्यूजिक सुनना हो दुनिया का कोई भी वीडियो देखना हो आप तुरंत इंटरनेट पर यूट्यूब टाइप करते हैं. जस्टिन बीबर और जोएला जैसे सुपरस्टारों को सुपरस्टार बनाने वाला 'यूट्यूब' गुरुवार को 10 साल का हो गया.
ठीक दस साल पहले जावेद करीम ने पहली बार अपने चिड़ियाघर दौरे का वीडियो लगाया था. यह वीडियो शेयरिंग साइट का कंसेप्ट जावेद का ही था. उस वक्त वह 25 साल के थे. उन्होंने 23 अप्रैल 2005 को सैन डिएगो के चिड़ियाघर की 19 सेकेंड की क्लिक अपलोड की थी. इसे उन्होंने 'मी ऐट द जू' टाइटल दिया था.
इसी के साथ वीडियो शेयरिंग के उस प्लेटफॉर्म की शुरुआत हुई जो आगे चलकर इंटरनेट की दुनिया की तीसरी सबसे पॉपुलर वेबसाइट बना. दस साल बाद यूट्यूब मार्केटिंग और प्रमोशन का एक जरूरी टूल बन गया है. यहां दुनिया भर से लोग वीडियो अपलोड करते हैं, देखते हैं और शेयर करते हैं.
करीम ने अपने साथियों चैड हर्ले और स्टीव चेन के साथ मिलकर यूट्यूब बनाया. 'ट्यूबफिल्टर' के मुताबिक, अपना 10वां जन्मदिन का जश्न महीने भर तक मनाएगा. गौरतलब है कि 2006 में गूगल ने 'यूट्यूब' को 1.65 बिलियन डॉलर में खरीद लिया था. मौजूदा कीमत के मुताबिक यह रकम 10 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा है.
यूट्यूब पर अपने वीडियोज और प्रतिभा के नमूने पेश कर कई सामान्य लोग सुपरस्टार बने हैं. जस्टिन बीबर और व्लॉगर जोएला ने भी यूट्यूब के जरिये ही शोहरत बटोरी.
दक्षिण कोरियाई सिंगर पीएसवाई का 'गंगनम' स्टाइल अब तक का 'सबसे ज्यादा देखा गया' वीडियो है. इसे 2.24 बिलियन बार देखा जा चुका है. 'इंटरनेशनल बिजनेस टाइम्स' के एक अनुमान के मुताबिक, साल 2007 में यूट्यूब ने इंटरनेट की जितनी बैंडविड्थ इस्तेमाल की, उतनी साल 2000 में समूचे इंटरनेट ने की थी.
इंटरनेट के आंकड़ों का लेखा-जोखा रखने वाली कंपनी 'एलेक्सा' ने गूगल और फेसबुक के बाद यूट्यूब को दुनिया की तीसरी सबसे पॉपुलर वेबसाइट माना. आज यूट्यूब का इस्तेमाल हर महीने 800 मिलियन लोग करते हैं और प्रत्येक मिनट में यहां '300 घंटे की अवधि' के वीडियोज अपलोट होते हैं.