भारत 5G मोबाइल नेटवर्क में एक कदम और आगे बढ़ गया है. 5G ट्रायल के लिए अप्रूवल भारत सरकार की ओर से दे दिया गया है. इस बात की जानकारी मिनिस्ट्री ऑफ कम्युनिकेशन की ओर से दी गई. डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन ने कहा टेलीकॉम कंपनियों को 5G स्पेक्ट्रम ट्रायल के लिए इस हफ्ते उपलब्ध करवाया जाएगा.
इसका मतलब हुआ टेलीकॉम कंपनी जैसे Reliance Jio, Bharti Airtel और Vi 5G स्पेक्ट्रम के लिए अप्लाई करके इसका ट्रायल शुरू कर सकते हैं. ये अभी साफ नहीं है ये ट्रायल कितना लंबा चलेगा. CNBC-TV18 के मुताबिक चीनी वेंडर्स को इस ट्रायल से हटाकर रखा जाएगा.
चीनी वेंडर्स के इस ट्रायल में ना होने से Huawei 5G ट्रायल में शामिल नहीं हो पाएगा. 5G पर लगातार कई महीनों से सस्पेंस बना हुआ था. अब जाकर इसमें प्रोग्रेस हुआ है. Reliance Jio ने साफ किया है वो भारतीय 5G नेटवर्क को डेवलप करेंगे.
Reliance Jio ने कहा है उसका 5G नेटवर्क पूरी तरह से देशी होगा. ये सरकार के चलाए मेड इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत का पार्ट होगा. जनवरी में Bharti Airtel ने 5G टेस्टिंग हैदराबाद में की थी. टेस्ट के बाद Bharti Airtel ने कहा था उनका नेटवर्क पूरी तरह से 5G के लिए तैयार है.
Bharti Airtel के अनुसार उसे सॉफ्टवेयर अपडेट और स्विच को फ्लिप करने के लिए बस रेगुलेटरी के अप्रूवल का इंतजार है. इसमें देखना दिलचस्प होगा कि भारत में 5G मोबाइल नेटवर्क टेस्ट के लिए कौन सा बैंड्स दिया जाता है.
ये माना जा रहा है 5G नेटवर्क भारत में 1800 MHz, 2100 MHz, 2300 MHz बैंड्स के अलावा 800 MHz और 900 MHz बैंड्स पर भी उपलब्ध रहेगा. ये बैंडस् टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स के बीच बदल सकता है. भारत में 5G इको सिस्टम बिल्ड हो रहा है. कई मोबाइल कंपनियां 5G कनेक्टिविटी वाले स्मार्टफोन्स लॉन्च कर रही हैं. ऐसे में अब देखना होगा 5G ट्रायल के कितने दिन बाद 5G सर्विस टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स की ओर से शुरू की जाती है.