Covid-19 की वजह से लोगों को घर में रहना पड़ रहा है. ये हाल पिछले साल से ही है. अब कोरोना के केस भी बढ़ने लगे हैं. इसमें कई ऑनलाइन ग्रुप्स और कम्युनिटी मदद के लिए आगे आएं हैं. इससे लोगों की कई तरह से मदद दी गई है.
इसको लेकर Facebook ने एक स्टडी की है. स्टडी में बताया गया भारत में 92 परसेंट लोगों ने कहा कि उन्हें ऑनलाइन कम्युनिटी ग्रुप्स से इस महामारी में मदद मिली है. इस स्टडी का टाइटल The Power of Virtual Communities रखा गया है. इस रिसर्च को NYU Tandon School of Engineering और फेसबुक ने पार्टनरशिप में किया था.
रिपोर्ट में कहा गया कि भारत में 38.8 परसेंट लोगों ने माना कि ऑनलाइन ग्रुप्स ज्यादा इम्पोर्टेंट हैं. जबकि दुनिया में सिर्फ 29.5 परसेंट लोगों ने इस बात को माना. रिसर्च में ये भी पता चला कि 91 परसेंट लोगों ने ऑनलाइन ग्रुप्स की वजह से वो किसी को मदद देने में कामयाब हुए.
ये मदद कई तरह से की गई. इसमें लोगों की पैसों से, इमोशनली, हेल्थ किट देकर और राशन देकर मदद करना शामिल हैं. लोकल बिजनेस को भी कई लोगों ने पैसों से मदद की. रिसर्च में ये भी दावा किया गया कि 1.8 बिलियन से ज्यादा लोग फेसबुक ग्रुप्स को हर महीने यूज करते हैं. इसके करीब आधे लोग पांच या उससे अधिक ग्रुप्स में हैं.
70 मिलियन एडमिन और मॉडरेटर फेसबुक ग्रुप्स को चला रहे हैं. स्टडी में ये भी बताया गया कि 5.5 मिलियन लोग फेसबुक पर पेरेंटिंग ग्रुप का हिस्सा है. रिसर्च में आगे कहा गया कि कम से कम 43.8% लोग ऑनलाइन ग्रुप में रहना पसंद करते हैं.
रिपोर्ट में कहा गया इस पर अभी और रिसर्च करने की जरूरत है ताकि पता लगाया जा सकें Facebook Groups लॉन्ग टर्म में किस तरह काम करता है. इसमें कम्युनिटी और उसके लीडर को बढ़ावा देने की भी बात कही गई है. फेसबुक इंडिया के MD अजीत मोहन ने कहा है कि कोरोना ने हमसब को दिखाया है ऑनालाइन ग्रुप्स की अहमियत क्या है.