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टेक न्यूज़

सोशल मीडिया vs सरकार: जानिए क्या हैं नए गाइडलाइन्स जिस वजह से है इतनी तनातनी

Social Media
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WhatsApp मोदी सरकार के नए डिजिटल नियमों के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट पहुंच गया है. नए नियमों को लागू करने में WhatsApp असमर्थता जता रहा है. इस गाइडलाइन्स को लेकर बड़ी टेक कंपनियां जैसे Facebook और Twitter के साथ भी विवाद चल रहा है. 
 

Facebook
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नए नियम को ना मानने पर Facebook और Twitter बंद करने की बात भी खूब चल रही है. इसको लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लोगों ने जमकर मीम्स शेयर किए. आइए जानते है आखिर क्या है ये नया डिजिटल नियम जिसको लेकर इतना ज्यादा विवाद हो रहा है. 
 

Twitter
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केंद्र सरकार की ओर से इस साल 25 फरवरी को सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफॉर्म के लिए गाइडलाइन्स जारी की गई थी. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, रविशंकर प्रसाद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इनके बारे में जानकारी दी थी. 
 

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Twitter
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गाइडलाइन्स के अनुसार सोशल मीडिया को यूजर्स के अकाउंट का वेरिफिकेशन कैसे किया जाए इस बात का प्रबंध करना होगा. सोशल मीडिया को भी मीडिया की तरह ही नियमों का पालन करना होगा. अगर किसी यूजर का कंटेंट हटाया जा रहा है या उसकी एक्सेस रोकी जा रही है तो उसे बताना पड़ेगा कि ऐसा क्यों किया जा रहा है. हर छह महीने में शिकायतों और उन पर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट देनी होगी. 

WhatsApp
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शिकायत के बाद 24 घंटे के अंदर आपत्तिजनक पोस्ट को हटाना होगा. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को चीफ कंप्लेन अधिकारी की नियुक्ति करनी होगी और कानूनी एजेंसियों से तालमेल के लिए एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति करनी होगी.  केंद्र सरकार के नोटिस के 72 घंटे के अंदर उस पर कार्रवाई करनी होगी.  

 

WhatsApp
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गाइडलाइन्स जारी करते हुए सरकार ने कहा था कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल हिंसा और अफवाहें फैलाने के तौर पर भी किया जाता है. इस वजह से ये सभी नए गाइडलाइन्स में आएंगे. इस गाइडलाइन्स के अनुसार Facebook, WhatsApp, Instagram, Twitter जैसी सोशल मीडिया कंपनी को कंटेंट के ओरिजनेटर के बारे में बताना होगा. 
 

WhatsApp
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इसे इस तरह समझें अगर कोई गलत पोस्ट वायरल हो रहा है तो सरकार कंपनी से उसके ओरिजनेटर के बारे में पूछ सकती है. यानी पोस्ट को सबसे पहले किसने शेयर किया उसके बारे में कंपनी को जानकारी देनी होगी. इसको लेकर ही WhatsApp और सरकार का विवाद है. WhatsApp का कहना है इसके मैसेज एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड है. इस वजह से अगर वो ऐसा करता है तो ये यूजर्स की निजता का उल्लंघन होगा. 

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