प्रीपेड से पोस्टपेड या फिर पोस्टपेड से प्रीपेड कराना हो तो थोड़ी दिक्कत होती है. लेकिन अब इसे आसान बनाने की तैयारी चल रही है. जल्द ही आप OTP बेस्ड ऑथेन्टिकेशन के जरिए ये बदलाव कर सकते हैं. इसके लिए आपको सिम कार्ड भी बदलने की जरूरत नहीं होगी.
आम तौर पर अगर आप प्रीपेड से पोस्टपेड या पोस्टपेड से प्रीपेड कराते हैं तो आपको नया सिम दिया जाता है. हालांकि नंबर वही रहता है, लेकिन आपको सिम कार्ड बदलना होता है. रिपोर्ट के मुताबिक डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम के एक अधिकारी ने ये बात कही है.
दरअसल टेलीकॉम बॉडी सेल्यूलर ऑपरेटर्स असोसीएशन यानी COAI ने डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम को एक मैकेनिज्म सुझाया था. इसके बाद डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम ने टेलीकॉम कंपनियों से प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट की मांग की थी.
डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम के मुताबिक इसे लेकर आखिरी फैसला टेलीकॉम ऑपरेटर के प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट पर डिपेंड करेगा. क्योंकि तब ही ये तय हो पाएगा कि OTP ऑथेन्टिकेशन से कैसे सिम कार्ड को प्रीपेड से पोस्टपेड या पोस्टपेड से प्रीपेड में बदला जा सकता है.
गौरतलब है कि COAI के मेंबर्स में रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफोन आईडिया शामिल हैं. इन्होंने ही 9 अप्रैल को डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम से ये रिक्वेस्ट किया था कि मोबालइ कस्टमर्स को बिना KYC के ही OPT के जरिए प्रीपेड से पोस्पेड और पोस्टपेड से प्रीपेड में तब्दील किया जा सकता है.
इस नोट में कहा गया था कि ओटीपी बेस्ड ऑथेन्टिकेशन लगभग हर सेक्टर्स में अब ऐक्सेप्ट किया जाता है. इन दिनों ज्यादा कर सिटिजन सर्विस ओटीपी ऑथेन्टिकेशन के जरिए हो रही हैं. इस दौर में सब्सक्राइबर्स के लिए कॉन्टैक्टलेस सर्विस प्रोमोट किया जाना चाहिए और इससे बिजनेस में भी आसानी होती है.
अगर सरकार कंपनियों की इस रिक्वेस्ट को ऐक्सेप्ट करती है तो मोबाइल यूजर्स को प्रीपेड से पोस्टपेड या पोस्टपेड से प्रीपेड में बदलाव करने के लिए मैसेज, कॉल या ऐप के जरिए किया जा सकता है. रिक्वेस्ट मिलने के बाद यूजर्स को OTP मिलेगा जिसके जरिए ऑथेन्टिकेट करने के बाद प्रीपेड से पोस्टपेड या पोस्टपेड से प्रीपेड में बदला जा सकता है.