डेटा लीक को लेकर कल एक खबर आई थी. इसमें बताया जा रहा था कि Clubhouse के लाखों यूजर्स के डेटा को डार्क वेब पर बेचा जा रहा है. इसको लेकर अब Clubhouse ने बताया है कि यूजर्स का डेटा सेफ और डेटा ब्रीच नहीं हुआ है.
Clubhouse के स्पोक्सपर्सन ने न्यूज एजेंसी IANS को बताया कि कई बोट्स अरबों रैंडम फोन नंबर जेनरेट कर रहे हैं. इस इवेंट में संयोग से कुछ नंबर्स हमारे प्लेटफॉर्म पर पहले से रजिस्टर थे. कंपनी ने आगे बताया कि Clubhouse API से किसी यूजर की आइडेंटिटी या जानकारी शेयर नहीं हुई है.
Clubhouse ने कहा ये लगातार इंडस्ट्री के सबसे बेस्ट सिक्योरिटी प्रैटिक्स में इन्वेसट करते रहेंगे. प्राइवेसी और सुरक्षा Clubhouse के लिए प्राथामिकता है.
साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट Jiten Jain ने इसको लेकर ट्विटर पर लिखा था Clubhouse यूजर्स के फोन नंबर डेटाबेस को डार्कनेट पर बेचा जा रहा है. उनके अनुसार इसमें कई लोगों के फोन नंबर Clubhouse पर लॉगिन ना होने के बावजूद इसलिए शामिल थे क्योंकि यूजर्स के फोनबुक को भी सिंक किया गया था.
हालांकि, सिक्योरिटी रिसर्चर Rajshekhar Rajaharia के अनुसार ये लीक का दावा फेक है. Clubhouse के इस डेटा में सिर्फ को मोबाइल नंबर है जबकि किसी का नाम नहीं है. Rajaharia ने न्यूज एजेंसी IANS को बताया था कि डेटा लीक में ना किसी का नाम शामिल है, ना फोटो और ना ही दूसरी डिटेल्स. फोन नंबर के लिस्ट को आसानी से जेनरेट किया जा सकता है.