इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप WhatsApp काफी पॉपुलर है. इसमें कई सिक्योरिटी फीचर्स भी दिए गए हैं. इसमें यूजर्स के मैसेज एंड-टू-एंड इन्क्रिप्टेड होते हैं. लेकिन फिर भी हैकर्स WhatsApp मैसेज का एक्सेस कर लेते हैं. हम आपको यहां पर कुछ ऐसे ही तरीकों के बारें में बता रहे हैं जिससे WhatsApp के पर्सनल मैसेज तक हैकर्स पहुंच सकते हैं.
पेगासस वॉयस कॉल अटैक
पेगासस स्पाईवेयर अभी काफी चर्चा में था. साल 2019 में पेगासस वॉयस कॉल हैक के बारे में जानकारी सामने आई थी. इससे हैकर्स सिर्फ टारगेट मोबाइल पर WhatsApp वॉयस कॉल करते हैं. अगर टारगेट वॉयस कॉल का आंसर नहीं भी देते हैं फिर भी वो इस हैक का शिकार हो सकते हैं.
इससे बचने के लिए आपका WhatsApp एंड्रॉयड वर्जन 2.19.134 से ज्यादा या आईओएस पर 2.19.51 वर्जन से ज्यादा होना चाहिए. इससे हैकर्स यूजर के फोन के कॉल, मैसेज, फोटो तक का एक्सेस ले लेते हैं.
मीडिया फाइल जैकिंग
मीडिया फाइल जैकिंग WhatsApp और Telegram दोनों को प्रभावित कर सकता है. इसमें अटैकर्स मीडिया फाइल्स जैसे फोटो या वीडियो के रिसीव होने और उसे एक्सटर्नल स्टोरेज पर सेव होने का फायदा उठाते हैं.
इसमें हैकर्स सबसे पहले एक हार्मलेस ऐप में मैलवेयर डाल के उसे इंस्टॉल करवा देते हैं. इसके बाद ये ऐप WhatsApp और Telegram में आने वाले फाइल को मॉनिटर करता रहता है.
इसके बाद ये रियल फाइल को फेक के साथ बदल देता है. Symantec ने इसका पता लगाया था. कंपनी का कहना है इसका यूज स्कैम करने या फेक न्यूज फैलाने में किया जा सकता है. इससे बचने के लिए आपको चैट सेटिंग में जाकर सेव टू गैलरी के ऑप्शन को बंद करना होगा.
फेक WhatsApp Clones
इसके जरिए हैकर्स यूजर के मोबाइल में क्लोन वॉट्सऐप इंस्टॉल करवाते हैं. अभी हाल ही में वॉट्सऐप पिंक स्कैम आया था. इसमें यूजर्स को वॉट्सऐप के कलर को पिंक करने के नाम पर एक क्लोन ऐप इंस्टॉल करवा दिया गया और फिर ये यूजर्स की सारी जानकारी हैकर्स तक पहुंचाने लगा. इससे बचने के लिए किसी भी मोड या क्लोन वॉट्सऐप का यूज ना करें.
पेड थर्ड पार्टी ऐप्स
आपको जानकार आश्चर्य होगा कि कई लीगल पेड ऐप्स मार्केट में है जो सिक्योरिटी सिस्टम को हैक करने के लिए बनाए गए हैं. यहां आपके पर्सनल चैट्स को हैक कर सकते हैं. इसके लिए बस ऐप को खरीद कर टारगेट के फोन में उसे एक्टिवेट कर देना है.